[ad_1]
नवरात्रि से देव उठनी एकादशी तक चलने वाले फेस्टिव सीजन की शुरुआत आज से हो गई है।
नवरात्रि के साथ फेस्टिव सीजन की शुरुआत हो गई है। दीपावली के बाद देव उठनी एकादशी तक चलने वाले इस सीजन में इस बार राजस्थान में 14 हजार करोड़ का कारोबार होने की उम्मीद है।
.
इसके लिए नवरात्रि से ही कारोबारियों ने वाहनों से लेकर प्रॉपर्टी और इलेक्ट्रॉनिक्स आइटम पर कई स्कीम लॉन्च कर दी हैं।
बाजार के जानकारों को इस बार प्रदेश में 5 हजार करोड़ से ज्यादा के विला, प्रॉपर्टी-प्लॉट बिकने की उम्मीद है। ऑटो सेक्टर में चाहे बाइक हो या कार, सबसे ज्यादा डिमांड ईवी (इलेक्ट्रिक व्हीकल) की हो रही है। इलेक्ट्रॉनिक बाजार की बात की जाए तो नवरात्रि के बजाय दीपावली पर इसके कारोबार में ज्यादा बूम आएगा।
ज्योतिषाचार्यों को मुताबिक, इस बार दीवाली पर 500 साल बाद चार राजयोग बन रहे हैं। ज्वेलरी, सोना, चांदी, फर्नीचर, कपड़े, प्रॉपर्टी आदि खरीदने के लिए सर्वश्रेष्ठ मुहूर्त रहेंगे। यही कारण है कि प्रदेशभर में सभी सेक्टर्स में उत्साह नजर आ रहा है।
पढ़िए- किन सेक्टर में कितना होगा कारोबार और क्या है खास…
3 हजार 455 करोड़ के वाहन बिकेंगे ऑटो मोबाइल कंपनियों का फेस्टिव सीजन नवरात्र से शुरू होकर 42 दिन तक चलता है। इस बार बाजार में बूम को देखते हुए कंपनियां कई कलर और अलग-अलग वैरिएंट में व्हीकल लॉन्च करने के साथ ही अब तक का ऑल टाइम हाई डिस्काउंट ऑफर लेकर आई हैं।
फेडरेशन ऑफ ऑटोमोबाइल डीलर्स एसोसिएशन के वाइस प्रेसिडेंट साई गिरधर कहते हैं- कंपनियों को इन 42 दिनों में राजस्थान में 3 लाख 75 हजार वाहन बिकने की उम्मीद है। इनमें 2 लाख 90 हजार टू व्हीलर, 46 हजार कार, 15 हजार कॉमर्शियल व्हीकल, 9 हजार थ्री व्हीलर और 15 हजार ट्रैक्टर शामिल हैं। ऐसे में 3 हजार 455 करोड़ के कारोबार की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता। इनमें से 25 से 30 फीसदी सेल जयपुर में होती है। लास्ट ईयर सीजन में कंपनियों ने राज्य में 3 लाख 38 हजार गाड़ियां बेची थीं।
पेंट-अप डिमांड बढ़ाएगी वाहनों की सेल साई गिरधर ने बताया कि राजस्थान में इस बार रिकॉर्ड गर्मी के बाद अच्छी बारिश होने से लोग घरों से बाहर नहीं निकल पाए। ऐसे में वाहन खरीदने की योजना को टाल दिया था। इस कारण पिछले दो-तीन महीनों में राजस्थान में गाड़ियां कम ही बिकी हैं। जुलाई में 1 लाख 28 हजार और अगस्त में 1 लाख 24 हजार वाहन बिके। ऐसा ट्रेंड है कि सेल घटने के बाद अचानक पेंट-अप डिमांड (दबी हुई मांग) निकलती है।
ईवी की मांग तेजी से बढ़ रही ऑटोमोबाइल डीलर्स का कहना है कि लोग अब पेट्रोल के बजाए इलेक्ट्रिक वाहन (ईवी) और सीएनजी वाहनों की ज्यादा खरीदारी कर रहे हैं। इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि देश में पिछले छह महीने में ईवी की बिक्री में 25 फीसदी बढ़ोतरी दर्ज की गई है। इनमें ई-कारों की बिक्री भी बढ़ी है। फेस्टिवल सीजन में भी इनकी डिमांड लगातार बनी हुई है।
5000 करोड़ के विला, फ्लैट और प्लॉट बिकने की उम्मीद फेस्टिव सीजन को देखते हुए बिल्डर ने भी पूरी तैयारी कर ली है। शहर के बिल्डरों के 300 से ज्यादा प्रोजेक्ट में 3000 फ्लैट और 3000 प्लॉट बिक्री के लिए तैयार हैं। इसके साथ ही 25 से अधिक कॉमर्शियल प्रोजेक्ट्स और 1000 प्रीमियम विला भी उपलब्ध हैं। एक अनुमान के अनुसार, फेस्टिव सीजन में जयपुर में 2000 करोड़ के फ्लैट, विला, प्लॉट और कॉमर्शियल प्रॉपर्टी की बिक्री होगी। पूरे प्रदेश की बात करें तो यह आंकड़ा 5000 करोड़ तक पहुंच जाता है।
दीपावली पर सबसे ज्यादा टीवी की डिमांड इलेक्ट्रॉनिक प्रोडक्ट में दीपावली पर टीवी, फ्रिज, वॉशिंग मशीन, माइक्रोवेव ओवन और घरेलू आटा चक्की की बिक्री होती है। इनमें सबसे ज्यादा 40 से 45 फीसदी बिक्री टीवी की होती है। इसके बाद फ्रिज और वाशिंग मशीन दोनों की 20-25 फीसदी बिक्री होती है। कंपनियों को फेस्टिव सीजन में सेल में 30 फीसदी ग्रोथ की उम्मीद है। इस सीजन में राजस्थान में करीब 1000 करोड़ रुपए के इलेक्ट्रॉनिक प्रोडक्ट की बिक्री होगी।
राजस्थान इलेक्ट्रॉनिक ट्रेडर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष सुरेश कालानी ने बताया- देश में सालभर में 75 हजार करोड़ रुपए के इलेक्ट्रॉनिक प्रोडक्ट बिकते हैं। इनमें राजस्थान का योगदान 4 फीसदी यानी 3000 करोड़ का होता है। इनमें फेस्टिव सीजन में 30 फीसदी की बिक्री होती है। यानी करीब 1000 करोड़ के प्रोडक्ट बिकेंगे।
अच्छे मानसून और लोन स्कीम से बढ़ेगी सेल राजस्थान इलेक्ट्रॉनिक ट्रेडर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष ने बताया कि इस बार राजस्थान में अच्छी बारिश हुई। इससे फसल अच्छी होने की उम्मीद है। ग्रामीण क्षेत्रों से अच्छी डिमांड आने की उम्मीद है। इसके साथ ही कंपनियां कम ब्याज दरों में 100 फीसदी तक फाइनेंस कर रही हैं। आप एक रुपया देकर 50 हजार रुपए तक का प्रोडक्ट खरीद सकते हैं।
ज्वेलरी- अकेले जयपुर में 1500 करोड़ का कारोबार फेस्टिवल सीजन शुरू होने के साथ ही ज्वेलरी की डिमांड बढ़ने लगती है। इस साल सोने के भाव रिकॉर्ड 78 हजार रुपए प्रति दस ग्राम तक पहुंचने के बावजूद व्यापारियों को अच्छे कारोबार होने की उम्मीद है। नवरात्र, दशहरा, दीपावली के साथ ही देवउठनी एकादशी से शादियों का सीजन शुरू होने से ज्वेलरी की डिमांड लगातार बनी रहेगी। इस सीजन में राज्य में करीब 3000 करोड़ रुपए की ज्वेलरी, सोने-चांदी के सिक्के और अन्य आइटम बिकने की उम्मीद है। इनमें से करीब 50 फीसदी यानी 1500 करोड़ का कारोबार अकेले जयपुर में होता है।
250 करोड़ के कपड़े बिकेंगे और 300 करोड़ के मोबाइल इस सीजन में मोबाइल, लैपटॉप, इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स, रेडिमेड गारमेंट्स, बर्तन, बही-खाते, डेकोरेटिव लाइट्स आदि की बिक्री होती है। जयपुर व्यापार महासंघ के महामंत्री सुरेश सैनी ने बताया कि इस सीजन में राज्य में करीब 250 करोड़ रुपए के कपड़ों की बिक्री होती है। इनमें 100 करोड़ रुपए का कारोबार अकेले जयपुर में होता है। इसी तरह फेस्टिव सीजन में राज्य में 300 करोड़ के मोबाइल, 300 करोड़ के लैपटॉप, टैबलेट, इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स, 250 करोड़ के बर्तन, बही-खाते, अन्य सजावटी सामान और 100 करोड़ रुपए की डेकोरेटिव लाइट्स की बिक्री होने की उम्मीद है।
[ad_2]
Source link