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नई दिल्ली: इजरायली चोटों से कराह रहे ईरान ने पलटवार किया है. ईरान ने इजरायल पर अब तक का सबसे बड़ा हमला किया है. इजरायल पर रॉकेट-मिसाइलों की बरसात कर ईरान ने हिजबुल्लाह चीफ हसन नसरल्लाह और इस्माइल हानिया की मौत का बदला लिया है. मंगलवार की शाम को ईरान ने इजरायल पर सैकड़ों रॉकेट-मिसाइल दागे. ईरान के इस एक्शन से बेंजामिन नेतन्याहू गुस्से से लाल हो गए. उन्होंने ईरान को अंजाम भुगतने की धमकी दी और इसे बड़ी गलती करार दिया. वहीं, उधर दोस्त अमेरिका, इजरायल की मदद करने को दौड़ पड़ा और ईरानी मिसाइलों को नष्ट करने का अपनी सेना को आदेश दिया.
दरअसल, ईरान ने इजराइल पर कई मिसाइलें दागी, जिसके कारण इजराइली नागरिकों को सुरक्षित स्थानों का आश्रय लेने के मजबूर होना पड़ा. वहीं ईरान में इस हमले के बाद जश्न मनाया जाने लगा. मंगलवार देर रात तक इस हमले के कारण जान माल की क्षति के बारे में फौरन कोई जानकारी नहीं मिली है. इजराइल ने कहा कहा कि उसने कई मिसाइलों को नष्ट कर दिया है. वहीं अमेरिकी अधिकारियों ने कहा है कि उसका प्रहार करने वाला तंत्र इजराइली रक्षा प्रणाली की सहायता करेगा. ईरान ने कहा कि उसकी अधिकतर मिसाइलों ने अपने निशानों को सटीक प्रहार किया है. ईरान के अर्द्धसैनिक बल रिवोलूश्यनरी गार्ड ने कहा कि उसने इजराइल के खिलाफ जो मिसाइलें दागीं, उनमें 90 प्रतिशत निशाने पर सटीक लगी हैं. उसने 20 एफ-35 जेट्स को मार गिराने का दावा किया.
ईरान के इस हमले से इजरायली पीएम बेंजामिन नेतन्याहू गुस्से से लाल हो गए. उन्होंने तेहरान को धमकाया कि ईरान ने बहुत बड़ी गलती कर दी है. अब उसे इसका अंजाम भुगतना होगा. इससे पहले नेतन्याहू ने कहा था कि मिडिल ईस्ट में ऐसा कोई स्थान नहीं है, जहां इजराइल पहुंच नहीं सकता. उनका यह बयान बेरुत के दक्षिण में किए गए हवाई हमले के चंद दिनों बाद आया, जिसमें लेबनान के हिजबुल्ला चीफ नसरल्लाह मारा गया था. ईरान हिजबुल्ला और हमास की मदद करता है.
वहीं, ईरानी हमले के बाद इजरायल के बचाव में अमेरिका भी कूद पड़ा. अमेरिकी ने इजरायल की ओर आ रहे सभी ईरानी मिसाइलों को मार गिराने का आदेश दिया. खुद राष्ट्रपति जो बाइडन वॉर रूम में बैठ गए और उन्होंने अमेरिकी सेना को इजरायल की हर संभव मदद करने का आदेश दिया. जो बाइडन ने अमेरिकी ट्रूप्स को ईरानी मिसाइलों को ध्वस्त करने का आदेश दिया.
हिजबुल्ला और इजराइल के बीच पिछले कुछ समय से लेबनानी सीमा पर लगभग रोज ही गोलाबारी चल रही है. पिछले वर्ष 7 अक्तूबर को हमास ने इजराइल में अपने लड़ाकों को भेजा था और उसके बाद गाजा में भीषण संघर्ष शुरू हो गया. उस दौरान करीब 250 इजराइलियों को बंधक बनाया गया था. लेकिन बाद में इस संघर्ष का केंद्र बिंदु उत्तरी लेबनान बन गया जब हिजबुल्ला का प्रमुख हसन नसरल्ला इजराइली हमले में मारा गया. हिजबुल्लाह चीफ से पहले इजरायल हमास चीफ इस्माइल हानिया को मौत के घाट उतार चुका है.
Tags: Iran news, Israel Iran War, Israel News, World news
FIRST PUBLISHED : October 2, 2024, 05:43 IST
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