‘ मेरा गांव- मेरा देश ‘के संकल्प से
हो रही कृषि _ डा. मार्कण्डेय राम पाठक ।
सोनभद्र । कृषि को ऋषि कर्म बनाने
में जुटे डा. मार्कण्डेय राम पाठक ने मंगलवार को नवीन ढंग से कृषि कर्म
करने के संदर्भ में चर्चा किए । उन्होंने बताया कि
हमारे रामनाथ रघुनाथ कृषक उत्पादक संगठन ,पसही कलां, के कर्मठ निदेशक कौशलेश द्वारा धान की उन्नतिशील बासमती धान की 15 एकड़ मे पोषक तत्वों के छिड़काव का अत्याधुनिक ड्रोन तकनीक से छिड़काव कर लाभकारी पैदावार पाने हेतु समर्पित प्रयास जारी है। डॉक्टर पाठक ने बताया कि
साथ ही साथ पूर्णतया गौ आधारित प्राकृतिक खेती से महीन, स्वास्थ्यवर्धक , सुगन्धित व पौष्टिक चावल अपने आत्मीय जनों को सुलभ कराने हेतु धान की निम्न प्रजातियों की प्रगतिशील खेती की गयी है: आदम चीनी,राजेंद्र कस्तूर
काला नमक सगे-संबन्धियों को उक्त उत्कृष्ट खाद्यान्नों को आवश्यकतानुसार उपलब्ध कराते हुए अपने संगठन से जुड़े सदस्य किसान बन्धुओं की खेती से आय दुगुनी कर हम समृद्ध व विकसित भारत निर्माण हेतु सतत प्रयत्नशील हैं।
भारत को वरदान -अन्नदाता किसान के मूल मंत्र को मूर्त रूप व कृषि कर्म को ऋषि कर्म समझते हुए काशी हिन्दू विश्वविद्यालय से सेवानिवृत्ति के पश्चात हम समग्र सोनभद्र के किसानों की खुशहाली हेतु कृत संकल्पित हैं।