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अपनी दो अनुयायियों के रेप के जुर्म में 20 साल की कैद काट रहे गुरमीत राम रहीम सिंह को फिर से पैरोल मिलने का रास्ता साफ हो गया है। चुनाव आयोग ने राज्य सरकार को इसकी मंजूरी देते हुए कहा है कि यदि गुरमीत राम रहीम आदर्श आचार संहिता के नियमों और शर्तों को पूरा करता हो तो उसे पैरोल दी जाए। राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी पंकज अग्रवाल ने सोमवार को यह जानकारी दी। गुरमीत राम रहीम सिंह ने पांच अक्टूबर को होने वाले हरियाणा विधानसभा चुनाव से पहले 20 दिन की पैरोल देने की अर्जी दी है। वह पहले ही 50 दिन की पैरोल पर जेल से बाहर है। अब उसने 20 अतिरिक्त दिनों की पैरोल की डिमांड की है।
इस पर जेल विभाग ने आदर्श आचार संहिता लागू होने के कारण डेरा प्रमुख की पैरोल अर्जी को चुनाव विभाग को भेजा था।आयोग ने जेल विभाग से चुनावों के दौरान दोषियों को पैरोल पर रिहा करने को उचित ठहराते के अनुरोध को लेकर ‘आकस्मिक और आवश्यक’ कारणों को स्पष्ट करने को कहा था। डेरा प्रमुख चाहता है कि पैरोल मिलने की स्थिति में उसे उत्तर प्रदेश के बागपत में रहने की अनुमति दी जाए। अदालत ने सिंह को 2017 में अपनी दो शिष्याओं के साथ बलात्कार का दोषी करार देते हुए 20 साल कारावास की सजा सुनाई थी। डेरा प्रमुख और तीन अन्य को 16 साल से अधिक समय पहले एक पत्रकार की हत्या के लिए भी 2019 में दोषी ठहराया गया था।
गुरमीत राम रहीम की पैरोल की शर्तों में यह भी शामिल है कि वह चुनाव तक हरियाणा में नहीं रह सकेगा। इसके अलावा किसी सामाजिक और राजनीतिक गतिविधि में हिस्सा भी लेने की परमिशन नहीं होगी। यही नहीं वह सोशल मीडिया के माध्यम से भी लोगों को संबोधित नहीं कर सकेगा। यदि उसकी ओर से इन शर्तों का किसी भी तरह से उल्लंघन किया गया तो पैरोल को तत्काल प्रभाव से रद्द कर दिया जाएगा। यह 11वां मौका है, जब गुरमीत राम रहीम को पैरोल दी जाएगी। उसे पैरोल मिलने पर सवाल उठते रहे हैं कि आखिर क्यों उसे बार-बार जेल से बाहर रहने की परमिशन दी जा रही है।
राम रहीम को चुनावी सीजन में पैरोल मिलने के मायने निकाले जा रहे हैं। राम रहीम का सिरसा, हिसार, फतेहाबाद समेत हरियाणा के कई जिलों में अच्छा प्रभाव है। उसके अनुयायियों की संख्या लाखों में है। इसी के चलते राजनीतिक दल अकसर उसे साथ लेने की कोशिश करते हैं। हरियाणा में 5 अक्टूबर को मतदान होना और 8 तारीख को नतीजे आने हैं। पैरोल मिलने का असर उसके समर्थकों की राय पर भी दिख सकता है। उसे अब तक एक दर्जन से ज्यादा बार पैरोल मिल चुकी है।
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