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राजस्थान बॉर्डर पर सर्चिंग करती टीम।
जिले के बजरंगगढ़ इलाके में चाचा भतीजे पार्वती नदी में डूब गए। दोनों मंदिर पर दर्शन करने के लिए गए हुए थे। वहां से लौटते समय नदी में नहाने लगे और डूब गए। चाचा का शव शुक्रवार को ही बरामद कर लिया गया था। वहीं नाबालिग बच्चे का शव रविवार को मिला। घटनास्थल
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बता दें कि बजरंगगढ़ थाना इलाके के पिपरोदा गिर्द के रहने वाले दीपक अहिरवार(22) और अरुण अहिरवार(1 1) अपने परिवार के साथ नरसिंहगढ तरफ कमल कोठरी मंदिर पर दर्शन करने गए थे। उनके परिवार में किसी को पैरालिसिस हो गया था तो वे परिक्रमा करने गए हुए थे। वहां से दर्शन करके लौट रहे थे। इसी दौरान जंजाली के पास पार्वती नदी में परिवार के सात लोग नहाने लगे। नहाते हुए अरुण गहरे पानी में चला गया और डूबने लगा। उसे डूबता देखा उसके चाचा बचाने गए और वह भी डूब गए।
परिवार के लोगों के सामने ही वह डूब गए। सूचना मिलते ही SDERF की टीम मौके पर पहुंच गई। जंगली चौकी से पुलिस भी मौके पर पहुंची। SDERF की टीम ने दोनों की तलाश शुरू की। शुक्रवार शाम को चाचा का शव मिल गया। भतीजे की तलाश जारी रही। रात में सर्च ऑपरेशन बंद करना पड़ा। शनिवार सुबह फिर SDERF ने सर्चिंग शुरू की, हालांकि दूसरे दिन भी सफलता हासिल नहीं हुई।
भतीजे की तीन दिन से लगातार सर्चिंग जारी रही। सर्चिंग कर रही टीम को किसी ग्रामीण ने बताया कि धरनावदा से आगे बच्चे को बहते हुए देखा था। इसके बाद टीम राजस्थान बॉर्डर पर पहुंची और वहां तलाश शुरू की। टीम फतेहगढ़ इलाके के पाटी गांव में पहुंची। यहां बच्चे की सर्चिंग शुरू की। दिन भर की सर्चिंग के बाद रविवार शाम को SDERF ने बच्चे का शव बरामद कर लिया। घटनास्थल से 60 किलोमीटर दूर राजस्थान में बच्चे का शव मिला। SDERF की प्लाटून कमांडर नीतू माबई ने बताया कि बच्चे का शव बरामद कर लिया गया है। शव का पीएम कराया जा रहा है।
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