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दिल्ली पुलिस वसंत कुंज स्थित रंगपुरी गांव में पांच लोगों की सामूहिक आत्महत्या मामले की गहनता से जांच कर रही है। जांच के क्रम में पुलिस अब वर्ष 2018 में हुए बुराड़ी आत्महत्या के केस फाइल का अध्ययन करेगी।
दिल्ली पुलिस वसंत कुंज स्थित रंगपुरी गांव में पिता और उसकी चार दिव्यांग बेटियोंं की सामूहिक आत्महत्या मामले की गहनता से जांच कर रही है। जांच के क्रम में पुलिस अब वर्ष 2018 में हुए बुराड़ी आत्महत्या के केस फाइल का अध्ययन करेगी ताकि यह पता लगाया जा सके कि इस आत्महत्या के मामले में कोई तंत्र-मंत्र का पहलू तो नहीं था।
पुलिस अधिकारी ने बताया कि इस मामले ने चिंता बढ़ा दी है क्योंकि टीम को चारों लड़कियों की कमर, हाथ और गर्दन पर लाल रंग का कलावा बंधा मिला है। मौके से पूजा की सामग्री और मिठाई का डिब्बा बरामद किया गया है। ऐसे में तंत्र-मंत्र की आशंका बढ़ गई है।
आर्थिक तंगी से जूझ रहा था परिवार
पुलिस अधिकारी ने बताया कि हीरालाल शर्मा की पत्नी का गत वर्ष कैंसर के कारण निधन हो गया था। इसके बाद से पूरा परिवार भावनात्मक और आर्थिक तंगी से जूझ रहा था। अधिकारियों का कहना है कि बेटियों के इलाज में परिवार का ज्यादा से ज्यादा पैसा खर्च हो रहा था। बेटियों के पालन-पोषण के लिए हीरालाल दो जगहों पर काम करता था, लेकिन पत्नी की मौत के बाद वह सिर्फ एक ही जगह काम करने लगा। ऐसे में परिवार के सामने किराया और राशन का खर्च चलाने तक की समस्या होने लगी थी।
पुलिस अधिकारी ने बताया कि इस मामले में भी तंत्र-मंत्र के साक्ष्य मिलने के बाद अब पुलिस बुराड़ी के केस का अध्ययन करेगी। फॉरेंसिक टीम ने शुरुआती जांच के दौरान कमर, हाथ और गर्दन पर एक लाल रंग का कलावा बंधा हुआ पाया।
पड़ोसियों ने बदबू आने पर पुलिस को सूचना दी थी
वसंत कुंज स्थित इंडियन स्पाइनल इंजरी सेंटर में कारपेंटर का काम करने वाले हीरा लाल शर्मा और उनकी चार बेटियों नीतू, निक्की, नीरू और निधि ने आत्महत्या कर ली। 27 सितंबर को उनके पड़ोसियों ने गेट न खोलने और कमरे से बदबू आने पर पुलिस को सूचना दी थी। पुलिस सोमवार को उनके शवों का पोस्टमॉर्टम कराएगी। इसके बाद मौत के सही कारणों का पता चल सकेगा।
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