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मध्य प्रदेश के झाबुआ जिले में एक निजी स्कूल के शिक्षक के खिलाफ छात्रों के परिजनों और ABVP कार्यकर्ताओं ने इस आरोप को लेकर मोर्चा खोल दिया कि उसने ‘जय श्री राम’ बोलने पर बच्चों को सजा दी।
मध्य प्रदेश के झाबुआ जिले में एक निजी स्कूल के खिलाफ अभिभावकों और ABVP के कार्यकर्ताओं ने इस आरोप पर मोर्चा खोल दिया कि संस्थान के एक शिक्षक ने ‘जय श्री राम’ बोलने पर बच्चों को सजा दी। अभिभावकों ने आरोप लगाया कि शिक्षक ने बच्चों से कहा कि उनको केवल ‘गुड मॉर्निंग’ बोलने की इजाजत है। ‘जय श्री राम’ या ‘राम राम’ स्कूल में नहीं बोला जा सकता है। मामले की जानकारी अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद छात्र संगठन को लगी तो हंगामा हो गया। ABVP के कार्यकर्ताओं ने बच्चों के साथ मिलकर स्कूल का घेराव कर दिया और हंगामा करने लगे। उन्होंने स्कूल प्रबंधन से शिक्षक पर कार्यवाही की मांग की।
घटना की जानकारी जब स्थानीय प्रशासन को लगी तो अधिकारी मौके पर पहुंचे और जांच के बाद कार्रवाई किए जाने का भरोसा दिया। बताया जाता है कि झाबुआ जिले के थांदला विकासखंड के खवासा गांव के बचपन स्कूल में छात्रों को ‘जय श्री राम’ बोलने पर सजा देने का आरोप लगा अभिभावकों ने प्रिंसिपल से शिकायत की। अभिभावकों ने आरोप लगाया कि स्कूल के एक शिक्षक ने बच्चों को निर्देश दिया था कि उन्हें केवल ‘गुड मॉर्निंग’ कहना होगा।
शिक्षक पर आरोप है कि उसने बच्चों से कहा कि ‘जय श्री राम’, ‘राम-राम काका’, ‘राम श्याम’ स्कूल परिसर के बाहर बोलना है। स्कूल परिसर के अंदर सभी छात्रों को गुड मॉर्निंग और गुड इवनिंग बोलना पड़ेगा। स्कूल के बच्चों ने यह बात अपने परिजनों को बताई, जिसके बाद परिजन भड़क गए। अभिभावक स्कूल पहुंचे और प्राचार्य से इसकी शिकायत की। इसी बीच घटना की जानकारी अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं को लगी।
इसके बाद ABVP के कार्यकर्ताओं ने स्कूल पहुंचकर हंगामा खड़ा कर दिया। ABVP के कार्यकर्ताओं ने स्कूल प्रशासन से कार्रवाई की मांग की और कहा कि स्कूल प्रबंधन ऐसा नियम नहीं थोप सकता है। यह हमारी संस्कृति पर हमला है। इसे बर्दाश्त नहीं किया जा सकेगा। इस मामले को लेकर खंड शिक्षा अधिकारी दीपेश सोलंकी ने कहा कि उनको मीडिया से इस घटना की जानकारी लगी है। जांच करा कर जरूरी कार्रवाई की जाएगी।
रिपोर्ट- विजेन्द्र यादव
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