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Israel-Hezbollah War: हिजबुल्लाह चीफ हसन नसरल्लाह की मौत के बाद अब इजरायल ने शनिवार (28 सितंबर) को हिजबुल्लाह के दक्षिणी मोर्चे के कमांडर अली कराकी के मारे जाने की भी पुष्टि की है. हिजबुल्लाह के दक्षिणी मोर्चे के कमांडर अली कराकी के मारे जाने की जानकारी आईडीएफ (IDF) यानी कि इजरायल डिफेंस फोर्स ने दी है.
हसन नसरल्लाह की मौत के बाद अब सबसे बड़ा सवाल ये उठ रहा है कि हिजबुल्लाह की कमान कौन संभालेगा? एक्सपर्ट्स का मानना है कि दुनिया के सबसे बड़े मिलिशिया संगठनों में से एक हिजबुल्लाह की कमान हिजबुल्लाह की एग्जीक्यूटिव काउंसिल के प्रमुख हाशेम साफीद्दीन को सौंपी जा सकती है.
कौन है हाशेम साफीद्दीन?
हसन नसरल्लाह के चचेरे भाई हाशेम साफीद्दीन का जन्म 1964 में दक्षिणी लेबनान के तटीय शहर टायर के एक परिवार में हुआ है. बताया गया कि वो मौलवियों के परिवार में जन्मे थे. इजरायली मीडिया में ये भी कहा जा रहा है कि जिस वक्त हसन नसरल्लाह पर हमला हुआ, उस वक्त हाशेम साफीद्दीन भी उनके साथ मौजूद थे लेकिन किस्मत से वो जिंदा बच गए.
जिस वक्त नसरल्लाह ने हिजबुल्लाह के चीफ का पद संभाला, उसके दो साल बाद ही साफीद्दीन को बेरूत वापस बुलाया गया. ये वो वक्त था जब साफीद्दीन ईरान में पढ़ाई कर रहे थे. इसके बाद साफीद्दीन को बड़ी जिम्मेदारी देते हुए हिजबुल्लाह की कार्यकारी परिषद का नेतृत्व सौंपा गया.
हिजबुल्लाह का देखते रहे हैं काम
सऊदी अखबार अशरक अल-अवसत की रिपोर्ट की मानें तो हाशेम साफीद्दीन बीते तीन सालों से हिजबुल्लाह के सभी कामों को देख रहे हैं और उनका अनुभव उनकी दावेदारी को मजबूत करता है. हाशेम साफीद्दीन को जिन कामों को देखने के अनुभव है उसमें शिक्षा, विदेशी निवेश और वित्त भी शामिल हैं. लेबनान, अरब, यूरोप, अफ्रीका और लैटिन अमेरिका में चलने वाले निवेश समूहों का भी साफीद्दीन मौजूदा वक्त में नेतृत्व कर रहे हैं.
हिजबुल्ला की सैन्य शाखा से मजबूत संबंध रखने वाले साफीद्दीन को अमेरिका ने साल 2017 में आतंकियों की लिस्ट में डाला था. साफीद्दीन के तेहरान से भी काफी अच्छे रिश्ते बताए जाते हैं. अहम ये है कि हिजबुल्लाह में शीर्ष नेतृत्व का जिम्मा संभालने के लिए ईरान का समर्थन बेहद जरूरी हो जाता है और हाशेम साफीद्दीन ने ईरान में रहकर शिक्षा हासिल की है. सऊदी अखबार की रिपोर्ट के मुतबिक, साफीद्दीन के भाई अब्दुल्ला की बतौर हिजबुल्लाह दूत तेहरान में तैनाती है.
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