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आवास विकास में पकड़ा गया सरकारी राशन के चावल के कट्टे।
– फोटो : अमर उजाला
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उत्तर प्रदेश के आगरा में मुफ्त बंटने वाले राशन के चावल के काले कारोबार की जड़ें गहरी हैं। कोटेदार से लेकर एफसीआई ठेकेदार तक से राशन माफिया के तार जुड़े हैं। गिरफ्तारी नहीं होने से माफिया के गुर्गों के हौसले बुलंद हैं। शहर से देहात तक इनके गोदाम हैं, जहां बड़े पैमाने पर अवैध भंडारण हो रहा है।
राशन माफिया सुमित अग्रवाल से सांठगांठ के आरोप में एडीएम नागरिक आपूर्ति सुशीला अग्रवाल को एडीएम पद से शासन ने हटा दिया। इसके बाद भी राशन माफिया के गुर्गे पुलिस के हाथ नहीं आए जबकि इन पर 50 से अधिक केस दर्ज हैं। कोई स्टे के लिए हाईकोर्ट भाग रहा है तो कोई माननीय की शरण में पहुंच रहा है।
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