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दिल्ली विधानसभा का सत्र शुरू होते ही हंगामा का माहौल देखा गया। विधानसभा अध्यक्ष ने बीजेपी एमएलए को विधानसभा से बाहर कर दिया। इसके बाद विधायकों ने अपनी विधानसभा लगाई।
दिल्ली विधानसभा का सत्र दो दिन के लिए आयोजित हुआ, लेकिन सत्र के पहले दिन ही हंगामा भरा माहौल देखने को मिला। विधानसभा अध्यक्ष ने भाजपा विधायकों को दिल्ली विधानसभा से बाहर कर दिया। इसके बाद बीजेपी विधायकों ने खुद अपनी विधानसभा लगाई। विधायकों ने मिलकर विधानसभा अध्यक्ष के कार्यालय के बाहर ओ पी शर्मा को विधानसभा अध्यक्ष बनाया। इस मामले पर बीजेपी विधायकों का कहना है कि उन्हें सदन में बोलने नहीं दिया जा रहा है इसलिए ऐसा करना पड़ रहा है। इसी बीच अनुमान लगाया जा रहा है कि नई मुख्यमंत्री आतिशी बहुमत साबित कर सकती हैं।
बीजेपी विधायकों ने सदन की शुरुआत होते ही कैग रिपोर्ट को लेकर हंगामा खड़ा किया था। नेता प्रतिपक्ष विजेंद्र गुप्ता ने आरोप लगाते हुए कहा कि छह महीने बीत चुके हैं, लेकिन सरकार ने अब तक रिपोर्ट पेश नहीं की है। विधायकों ने कैग रिपोर्ट का नारा भी लगाया। वहीं आप विधायक अब्दुल रहमान ने कहा कि बस मार्शल की वजह से बदमाशों में दहशत थी, लेकिन एलजी साहब ने यह कहते हुए इन लोगों को निकाल दिया कि बसों में पैनिक बटन और सीसीटटीवी कैमरे लगे हुए हैं। जबकि कई मामलों में देखा गया है कि मार्शल ने बदमाशों को पुलिस के हवाले किया है।
भारतीय जनता पार्टी और आम आदमी पार्टी के नेताओं ने एक-दूसरे के खिलाफ नारेबाजी की। जैसे ही विधानसभा अध्यक्ष राम निवास गोयल ने सदन में मुद्दे उठाने वाले नेताओं के नाम सूचीबद्ध किए, भाजपा नेताओं ने इस पर आपत्ति जताई और मांग की कि उनके मुद्दे भी उठाए जाएं। इसके बाद आप और भाजपा के नेताओं ने एक-दूसरे के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी। इस कारण कार्यवाही 15 मिनट के लिए स्थगित कर दी गई। इसके बाद सदन की कार्यवाही फिर से चालू हो गई।
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