[ad_1]
Delhi AQI: दिल्ली में 112 दिन बाद एकबार फिर हवा खराब श्रेणी में पहुंच गई है। एक दिन पहले मंगलवार को शाम 4 बजे AQI मध्यम श्रेणी में 197 अंकों पर रिकॉर्ड किया गया था।
दिल्ली के लोगों को आखिरकार तीन महीने 19 दिन (112 दिन) बाद हवा की गुणवत्ता में बड़ी गिरावट का सामना करना पड़ा। राष्ट्रीय राजधानी में बुधवार को AQI 235 दर्ज किया गया जो खराब श्रेणी में माना जाता है। 5 जून 2024 के बाद पहली बार है, जब AQI का आंकड़ा इतना खराब रहा। 5 जून 2024 को एक्यूआई 248 अंक दर्ज किया गया था। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अनुसार, मंगलवार को शाम 4 बजे AQI मध्यम श्रेणी में 197 अंकों पर था।
मंगलवार को ही पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने राष्ट्रीय राजधानी में वायु प्रदूषण से निपटने के लिए विंटर ऐक्शन प्लान का अनावरण किया था। इसमें राष्ट्रीय राजधानी में वायु प्रदूषण से निपटने के लिए 21 उपाय शामिल हैं। योजना के मुख्य उपायों में धूल-रोधी अभियान, सड़कों की सफाई, पानी का छिड़काव, प्रदूषण कम करने में योगदान के लिए पुरस्कार और जागरूकता अभियान के साथ-साथ पराली जलाने पर रोक लगाने के उपाय शामिल हैं।
इस बीच मौसम विभाग ने गुरुवार को दिल्ली के विभिन्न इलाकों में गरज चमक के साथ हल्की बारिश की संभावना जताई है। इस दौरान 25 से 35 किलो मीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से हवाएं भी चलने के आसार हैं। बुधवार को राजधानी में आंशिक रूप से बादल छाए रहे और तापमान में बढोतरी दर्ज की गई, जिसकी वजह से उमस और गर्मी से लोग बेहाल रहे।
बुधवार को अधिकतम तापमान 37 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया यह सामान्य से 3 डिग्री सेल्सियस अधिक था और न्यूनतम तापमान 26.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया यह भी सामान्य से 3 डिग्री सेल्सियस अधिक था। बुधवार को राजधानी में नमी का स्तर अधिकतम 91 फीसदी तथा न्यूनतम 53 फीसदी दर्ज किया गया।
मौसम विभाग का कहना है कि आने वाले तीन दिनों में अधिकतम और न्यूनतम तापमान में कमी के आसार हैं। गुरुवार से शनिवार तक राजधानी में गरज चमक के साथ हल्की बौछारें पड़ने संभावना है। इस बीच तेज हवाएं भी चल सकती हैं। इससे दिल्ली एनसीआर में एक्यूआई में सुधार होने की उम्मीद है। राजधानी में प्रदूषण का स्तर भी सुधर कर मध्यम श्रेणी में आ सकता है।
वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग की ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान को लागू करने के लिए उप-समिति ने भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) और भारतीय उष्णकटिबंधीय मौसम विज्ञान संस्थान (आईआईटीएम) द्वारा उपलब्ध कराए गए वर्तमान वायु गुणवत्ता परिदृश्य और मौसम विज्ञान एवं वायु गुणवत्ता सूचकांक का जायजा लिया। समिति ने सभी पहलुओं की व्यापक समीक्षा के बाद यह सर्वसम्मति से निर्णय लिया कि ग्रैप के चरण-1 के तहत कोई कार्रवाई करने से पहले स्थिति को एक या दो दिन के लिए और देखा जाएगा। उप-समिति हालात पर करीबी नजर रखेगी और स्थिति के आधार पर आगे के फैसले लेगी।
[ad_2]
Source link