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दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने एजेंसियों को अगले हफ्ते धूल-मुक्त दिल्ली अभियान चलाने का निर्देश दिया है। आम आदमी पार्टी ने इस पर हमला बोला है। जानें आम आदमी पार्टी ने क्या कहा…
दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने नगर निगम की एजेंसियों को अगले हफ्ते धूल-मुक्त दिल्ली अभियान चलाने का निर्देश दिया है। राज निवास के अधिकारियों ने सोमवार को बताया कि अधिकारियों से कहा गया है कि वे इस अभियान को पूरे साल चलने वाले अभियान में तब्दील कर दें। आम आदमी पार्टी ने इसे श्रेय लेने की रणनीति करार दिया है। AAP ने कहा कि दिल्ली के शहरी विकास मंत्री सौरभ भारद्वाज ने पहले इस मुद्दे पर विभागों की बैठक बुलाई थी। यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि एलजी क्रेडिट लेने के लिए इस रणनीति का इस्तेमाल कर रहे हैं।
एक अधिकारी ने बताया कि वायु प्रदूषण की रोकथाम को लेकर 20 सितंबर को बुलाई समीक्षा बैठक में एलजी ने तैयारियों की आवश्यकता पर बल दिया। इस बैठक में एलजी ने दिल्ली नगर निगम, लोक निर्माण विभाग, नई दिल्ली नगर पालिका परिषद, सिंचाई और बाढ़ नियंत्रण विभाग और दिल्ली जल बोर्ड को अगले एक हफ्ते या 10 दिनों में धूल मुक्त दिल्ली अभियान चलाने को कहा। उन्होंने अधिकारियों से इस अभियान को एक साल तक चलने वाले अभियान में तब्दील करने के लिए भी कहा।
इसी तरह, बैठक में नालियों और सीवर लाइनों की सफाई के लिए जिम्मेदार एजेंसियों (दिल्ली नगर निगम, सिंचाई-बाढ़ नियंत्रण विभाग और दिल्ली जल बोर्ड) को एक-दूसरे के साथ तालमेल बिठकर गाद और मिट्टी का उचित तरीके से निपटान करने के लिए कहा गया। वीके सक्सेना ने इस बात पर जोर दिया कि अगर बारिश होती है तब भी सड़कों से गीली मिट्टी हटाने का काम जारी रहना चाहिए।
एलजी ने कहा कि दिल्ली में वायु प्रदूषण की दो प्रमुख वजहों में से एक सड़क की धूल है। बीते तीन-चार दिनों से बारिश बंद होने के कारण सड़कों पर सूखी मिट्टी वायु प्रदूषण का कारण बन रही है। टूटी-फूटी सड़कें, सीवर लाइनें और नालियों में गंदगी के कारण सड़कों और फुटपाथों पर भारी मात्रा में मिट्टी और गाद जमा हो गई है। यह लगातार सूख रही है और ट्रैफिक के कारण उड़ रही है। इसके साथ ही एलजी ने दिल्ली नगर निगम और लोक निर्माण विभाग को सड़कों से धूल हटाने के लिए कदम उठाने को कहा।
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