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भिवानी जिले में जेल से बाहर आए चाचा ने अपने 13 साल के भतीजे की हत्या कर डाली। बताया जा रहा है कि उसने अपनी प्रेमिका के परिवार को फंसाने के लिए यह साजिश रची थी।
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सदर थाना पुलिस ने मौके पर पहुंचकर घटना की छानबीन की। जांच के लिए पुलिस ने मौके पर सीन आफ क्राइम टीम को भी बुलाया। शव को भिवानी के नागरिक अस्पताल लाया गया। पुलिस ने शव का पोस्टमॉर्टम करवा कर परिजनों के हवाले कर दिया है।
झरवाई गांव निवासी बलवान सिंह ने बताया कि तीन भाई है। मेरे दो लड़के है। जिसमें बड़े का नाम विक्रम(13) है। छोटा लड़का रमन (7) है। उसने बताया कि रात को भाई सोनू व लड़के विक्रम ने एक साथ खाना खाया था। सोनू से आपसी रंजिश थी।
डंडो से पिटकर की हत्या
सोनू ने उसके लड़के विक्रम को अपने घर बैठक में रात को अपने साथ सुला लिया। उस समय मेरी माता निम्मो देवी व मेरा भाई जयसिंह भी वहीं सो रहे थे। मेरे भाई सोनू ने लड़के विक्रम को रात में डंडो से पिट कर हत्या कर दी।
उस समय मेरा भाई जयसिंह बाहर आंगन में सो रहा था। बच्चे की दादी निम्मो देवी वहीं मौके पर बैठक के अन्दर सो हुए थे । सोनू व मेरी मां निम्मो देवी व मेरे भाई जयसिंह ने मिलकर लड़के विक्रम की हत्या की है।
नौ माह बाद जेल से बाहर आया आरोपी
पुलिस ने मृतक के पिता के बयान पर मृतक के चाचा सोनू, जयसिंह व दादी निम्मो देवी के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया है। मृतक के चाचा अजीत ने बताया कि आरोपी सोनू करीब एक साल पहले पिलानी से एक नाबालिग लड़की को भगा लाया था। अब वह नौ माह बाद जेल से बाहर आया था। लड़की के परिजनों को हत्या केस में फंसाने के लिए विक्रम की हत्या की साजिश रची थी।
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