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मुख्य निर्वाचन आयुक्त राजीव कुमार के नेतृत्व में दो निर्वाचन आयुक्त ज्ञानेश कुमार और डॉक्टर सुखबीर सिंह संधु, तीन सीनियर डिप्टी इलेक्शन कमिश्नर धर्मेंद्र शर्मा, डिप्टी इलेक्शन कमिश्नर संजय कुमार और उनके सपोर्ट के लिए पांच पदाधिकारी अशोक कुमार, पंकज श्रीवास्तव, अनुज चांडक समेत कुल 12 सदस्यीय टीम रांची पहुंची है। चुनाव आयोग की टीम ने झारखंड के राजनीतिक दलों के साथ बैठक की। आयोग के समक्ष विभिन्न राजनीतिक दलों ने सुझाव दिया। आइए डिटेल में देखते हैं तमाम दलों के सुझाव…
आम आदमी पार्टी (आप)
सभी उम्मीदवारों को निशुल्क मतदाता सूची मिले। नामांकन शुल्क 10,000 से घटा कर 5,000 किया जाए। चुनाव आयोग चुनाव में होने वाले खर्च को कम करें। अनावश्यक खर्च ना हो। चुनाव के नाम पर जो करोड़ों का घोटाला होता है, उस पर रोक लगे। पार्टी जो चुनाव में पैसे खर्च करती है उसपर निगरानी हो। उम्मीदवार मतदान के दिन मतदाताओं को फोन करके अपने पक्ष में मतदान करने के लिए प्रेरित करते हैं इस पर रोक लगे।
बहुजन समाज पार्टी (बसपा)
बहुजन समाज पार्टी ने चुनाव में गड़बड़ी पर लगाम लगाने की मांग की है। हर मतदाता की सुरक्षा हो। निष्पक्ष चुनाव हो। समय पर चुनाव कराया जाए। जन सुविधाओं को देखकर चुनाव की तिथि घोषित की जाए।
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा)
भाजपा ने राज्य में बांग्लादेशी घुसपैठ के बढ़ने का मामला उठाया। मतदाता पहचान पत्र तो सभी का बन जाता है। फर्जी तरीके से आधार कार्ड बनाकर वोटर कार्ड बनाए जा रहे हैं, इसकी जांच होनी चाहिए। 5 सालों में 15 से 17% मतदाता बढ़ाते हैं लेकिन कई बूथ में 123 प्रतिशत मतदाता बड़े हैं इसकी जांच की मांग की गई है। झारखंड में दुर्गा पूजा छठ को देखते हुए चुनाव की तिथि घोषणा की जानी चाहिए और काम चरणों में चुनाव होने चाहिए।
भाजपा ने चुनाव आयोग से गृह सचिव वंदना दादेल को हटाने की मांग की। भाजपा ने कहा कि गृह सचिव ने चुनाव आयोग को पत्र लिखकर केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान और असम के मुख्यमंत्री हेमंता बिस्वा सरमा पर सांप्रदायिकता फैलाने का आरोप लगाया जो सही नहीं है। वे चुनाव आयोग को पत्र भी नहीं लिख सकती हैं। वह पॉलीटिकल पार्टी यानी सत्ताधारी दल झामुमो के लिए काम कर रही हैं। चुनाव आयोग गृह सचिव को चुनाव से मुक्त रखे तभी निष्पक्ष चुनाव हो सकता है।
कांग्रेस
कांग्रेस ने झारखंड में एक चरण में चुनाव कराने की मांग की। छठ पूजा और 15 नवंबर बिरसा मुंडा की जयंती के बाद एक चरण में झारखंड में चुनाव हो। जम्मू कश्मीर की तरह झारखंड में फेयर चुनाव हो। बीजेपी झारखंड में उन्माद फैलाने की कोशिश कर रही है, सांप्रदायिकता फैला रही है। बांग्लादेशी हिंदू मुस्लिम कर रही है, इस पर रोक लगे। बाहर से आने वाले भाजपा के बड़े नेता ऐसा कर रहे हैं। उनके प्रचार पर रोक लगे। उन्हें झारखंड में आने से बैन किया जाए। कांग्रेस ने 75 साल से ऊपर के मतदाताओं को घर पर ही मतदान की सुविधा प्रदान करने और 60 साल से ऊपर के मतदाताओं के लिए अलग से कतार रखने की मांग की है।
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