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चाईबासा के 10 गांव के लोगों का निर्णय, पुलिया नहीं तो वोट नहीं देंगे ग्रामीण
पश्चिमी सिंहभूम जिले के चक्रधरपुर प्रखंड अंतर्गत जानुमबेडा गांव में ग्रामीणों ने बैठक कर वोट बहिष्कार का ऐलान किया है। बैठक में दो पंचायत के 10 गांव के सैकड़ों लोग मौजूद थे। केरा व जानुमबेडा गांव के बीच में ब्राह्मणी नदी बहती है। वहीं नदी के उस पार द
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मिट्टी जांच और डीपीआर तक हुआ काम
ग्रामीणों ने पुलिया निर्माण के लिए निवर्तमान विधायक शशि भूषण सामड़ को अवगत कराया था। जिसके बाद मिट्टी जांच व डीपीआर बनकर तैयार हुआ था। लेकिन काम शुरू नहीं हो पाया। दोबारा वर्तमान विधायक सुखराम उरांव को भी ज्ञापन सौंपा गया। फिर से मिट्टी जांच हुई छह पिलर का पुलिया का डीपीआर बना पर पुल नहीं बन सका। नाराज़ ग्रामीणों का सब्र का बांध टुट गया। दो पंचायत के लोगों ने बैठक कर वोट बहिष्कार करने का निर्णय लिया।
राशन डीलरों को होती परेशानी
पुलिया नहीं होने के कारण हर महीने गांव के डीलरों को राशन लाने व वितरण करने में परेशानियों का सामना करना पड़ता है। जबकि गांव के लोगों को बाजार हाट में लकड़ी,चावल बेचने के साथ नदी में बाढ़ की स्थिति में स्कूल के बच्चों के साईकिल भी बह चुका है। पुलिया की मांग को लेकर स्कूली बच्चे भी बैठक में शामिल रहे।
विधायक, सांसद के खिलाफ हुई नारेबाजी
आक्रोशित लोगों के द्वारा पुलिया निर्माण कार्य में अनदेखी व किसी तरह का कोई रुचि नहीं दिखाने पर स्थानीय विधायक सुखराम उरांव, हेमंत सोरेन सरकार सहित केन्द्र सरकार पर भी भड़ास निकाली। विधायक और सांसद के खिलाफ नारेबाजी की। आज की इस बैठक में मुखिया जंगल सिंह गागराई, सुखलाल बोदरा,मंगल गागराई,मोहन सिंह हेंब्रम,जॉन गागराई, अजीत हेंब्रम, हिंदू बडिग, गार्दी बोदरा,मानसिंह केराई, शिवचरण बोदरा, ममता बोदरा, सालुका गागराई,मंगल सिंह बोदरा, श्याम सिंह केराई,जेटिया केराई, मुकुंद बानरा,व अन्य ग्रामीण महिला पुरुष एवं बच्चे उपस्थित रहे।
वस्तुस्थिति बताती तस्वीरें देखें…
रिपोर्ट: हरि शर्मा, चाईबासा
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