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कायस्थ समाज सेवा संस्थान जयपुर की ओर से पार्श्व गायक मुकेश चंद्र माथुर की 48वीं पुण्यतिथि पर रविवार को श्रद्धांजलि कार्यक्रम विद्याश्रम, स्थित महाराणा प्रताप सभागार में ‘चल अकेला’ आयोजित हुआ। कार्यक्रम में गायक कलाकारों ने मुकेश के सदाबहार गीत प्रस्त
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विद्याश्रम, स्थित महाराणा प्रताप सभागार में ‘चल अकेला’ कार्यक्रम आयोजित हुआ।
वहीं अतिथि गायक कलाकार अंबिका मिश्रा दीपक माथुर ने ‘चेहरे से जरा आंचल’, ‘चोरी-चोरी जो तुम मिले तो लोग क्या कहेंगे’, गौरव जैन और नेहा काला की ओर से ‘कहीं करती होगी वह मेरा इंतजार’, संजय रायजादा ने ‘नैन हमारे सांझ सकारे’, संजय रायजादा-रुचिका माथुर ने ‘तेरे होठों के दो फूल प्यारे-प्यारे’, बीके माथुर और प्रेरणा माथुर ने ‘हर दिल जो प्यार करेगा’, गौरव माथुर रुचिका माथुर ने ‘दिल तड़प तड़प के कह रहा है यह समां’, सुरेंद्र माथुर ने ‘वक्त करता है जो वफा’, संजय रायजादा पूनम माथुर और सुरेंद्र माथुर की ओर से संयुक्त रूप से ‘दिल ने फिर याद किया’ गीत प्रस्तुत किए। इस कार्यक्रम का निर्देशन अखिल भारतीय रेडियो म्यूजिक अरेंजर दीपक माथुर की ओर से किया गया और कार्यक्रम को प्रीति सक्सेना ने मंच संचालन किया। कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि सांसद मंजू शर्मा, विधायक कालीचरण सराफ, विधायक गोपाल शर्मा मौजूद रहे। कार्यक्रम अध्यक्ष अनूप बरतरिया, अध्यक्ष, कायस्थ जनरल सभा, जयपुर और सीएमडी वर्ल्ड ट्रेड पार्क, अति विशिष्ट अतिथि महेश माथुर, अतिरिक्त निदेशक खान एवं भू विभाग विभाग विशिष्ट अतिथि अवध बिहारी माथुर अध्यक्ष, चित्रगुप्त ज्ञान मंदिर समिति, कुलदीप माथुर अध्यक्ष, अखिल भारतीय कायस्था महासभा, राजस्थान, देवेंद्र सक्सेना, मधुकर राष्ट्रीय सचिव अ.भा.का. महासभा रहे।
उपस्थित दर्शकों ने सभी गायको को प्रेरित करते हुए खूब आनंद उठाया।
सभी उपस्थित दर्शकों ने सभी गायको को प्रेरित करते हुए खूब आनंद उठाया और पार्श्व गायक स्वर्गीय मुकेश चंद्र माथुर के लिए ऐसी मधुर संध्या की सराहना की। संस्थान के अध्यक्ष अनिल माथुर ने बताया कि साल 2006 से लगातार यह कार्यक्रम सफलतापूर्वक आयोजित किया जा रहा है। संस्थान के महासचिव एमबी माथुर ने बताया कि इस साल यह 19वां कार्यक्रम आयोजित किया गया।
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