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जयपुर नगर निगम हेरिटेज मेयर मुनेश गुर्जर के खिलाफ सरकार ने एक्शन लेने की तैयारी शुरू कर दी है। सूत्रों के अनुसार पट्टे की एवज में भ्रष्टाचार मामले पर मिले दूसरे नोटिस का जवाब नहीं देने पर अब स्वायत्त शासन विभाग उन्हें जल्द सस्पेंड करेगा। इसको लेकर वि
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स्वायत्त शासन मंत्री झाबर सिंह खर्रा ने कहा कि मुनेश गुर्जर पर जो भी फैसला होगा। इसके बाद ही कार्यवाहक मेयर को लेकर पार्षदों से चर्चा की जाएगी। जो भी पार्षद राजनीति की समझ रखता होगा, जिसमें शैक्षणिक योग्यता होगी। उसे पैमाना मानकर ही कार्यवाहक मेयर चुना जाएगा।
मंत्री ने कहा कि वर्तमान मेयर के खिलाफ हमारे पास कांग्रेसी पार्षद भी आए हैं। उन्होंने भी इस बात को स्वीकार किया है कि हमारी मेयर ने जमकर भ्रष्टाचार किया है। ऐसे में कार्यवाहक मेयर बनाने में किसी तरह की दिक्कत नहीं आएगी।
नोटिस का जवाब देने का समय खत्म हो रहा
बता दें कि नगर निगम हेरिटेज मेयर मुनेश गुर्जर को पट्टे की एवज में रिश्वत मामले को लेकर स्वायत्त शासन विभाग ने 18 सितंबर को दूसरा नोटिस जारी कर तीन दिन में जवाब मांगा था। लेकिन यह नोटिस मुनेश गुर्जर के पास रात 11 बजे पहुंचा था। इसकी तीन दिन (72 घंटे) की समय अवधि आज रात 11 बजे बाद पूरी होगी। ऐसे में आज रात 11 बाद मुनेश गुर्जर पर स्वायत्त शासन विभाग द्वारा कभी भी कार्रवाई की जा सकती है। इसके बाद नगर निगम द्वारा कार्यवाहक मेयर बनाया जाएगा। इसको लेकर भी भारतीय जनता पार्टी के नेताओं ने लॉबिंग तेज कर दी है।
मुनेश गुर्जर की याचिका पर कोर्ट में 2 सप्ताह बाद सुनवाई होगी
दरअसल, रिश्वत लेने के मामले में हेरिटेज मेयर मुनेश गुर्जर पर एसीबी में दर्ज एफआईआर को रद्द करने की याचिका पर अब 2 सप्ताह बाद सुनवाई होगी। मुनेश की तरफ से शनिवार को कोर्ट में बहस के लिए समय मांगा गया था। मुनेश के वकील दीपक चौहान ने हाईकोर्ट में कहा- मामले में एसीबी ने चालान पेश कर दिया है। हमने इससे संबंधित दस्तावेज हाईकोर्ट में पेश किए हैं। ऐसे में हमें बहस के लिए समय दिया जाए। इसे कोर्ट ने स्वीकार कर लिया। बता दें कि एसीबी ने 19 सितंबर को मुनेश गुर्जर के खिलाफ चालान पेश किया था।
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