[ad_1]
जामा मस्जिद में हुई एलबम की शूटिंग
– फोटो : अमर उजाला
विस्तार
आगरा की जामा मस्जिद में एलबम की शूटिंग के विरोध और वक्फ कमेटी के विरुद्ध कार्रवाई की मांग करते हुए समाज के लोगों ने बृहस्पतिवार को प्रदर्शन किया। एडीएम व पुलिस आयुक्त के नाम ज्ञापन सौंपा गया। कहा गया कि एलबम की शूटिंग पर प्रतिबंध लगाया जाय। इस मामले में एएसआई ने मंटोला थाना में एफआईआर दर्ज कराई है।
एएसआई के संरक्षित स्मारक जामा मस्जिद में अनुमति के बिना शूटिंग कर ली गई और वीडियो भी जारी कर दिया गया। जामा मस्जिद इंतजामिया कमेटी इससे सवालों के घेरे में है। जामा मस्जिद के ही एक कर्मचारी ने वीडियो शूटिंग के लिए टीम का सहयोग किया। मामला संज्ञान में आने के बाद भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण के वरिष्ठ संरक्षण सहायक कलंदर बिंद ने मंटोला थाना में शिकायत दर्ज कराई है।
शिकायत में कहा गया है कि जामा मस्जिद परिसर के अंदर वीडियो शूट किया गया। जिसमें वीडियो कैमरा, स्टैंड, ट्रॉली कैमरे का उपयोग हुआ। यह प्राचीन स्मारक तथा पुरातत्व स्थल एवं अवशेष नियम 1959 के नियम संख्या 41 (2 ए) का उल्लंघन है।
जामा मस्जिद इंतजामिया कमेटी से भी अनुमति के बिना शूटिंग की गई। केंद्रीय संरक्षित स्मारक में एएसआई की अनुमति जरूरी है। इसके लिए पहले शूटिंग का शुल्क जमा करना होता है और स्क्रिप्ट भी जमा करनी होती है। इस मामले में जामा मस्जिद कमेटी पर सवाल उठाए जा रहे हैं। कमेटी अध्यक्ष जाहिद कुरैशी ने कहा कि कमेटी के एक कर्मचारी अरशद ने यह शूटिंग कराई थी। उसे नौकरी से निकाल दिया गया है। वह विपक्षी पार्टियों से मिल गया है और जानबूझकर वीडियो जारी कर रहा है।
[ad_2]
Source link