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एशिया की पहली अखबारी कागज मिल पर नेपा लिमिटेड नेपानगर की ओर से भूखंड नामांतरण की प्रक्रिया की जा रही है। हालांकि, मिल की ओर से जो लीज रेंट लगाया जा रहा है उससे व्यापारी वर्ग असहमत है। इसे लेकर गुरुवार शाम एक निजी होटल में व्यापारिक संघ की बैठक हुई। ज
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मिल की ओर से जारी किया गया नोटिस
पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष सोहन सैनी ने कहा कि नेपा मिल के संपदा विभाग ने शहर के व्यापारियों को नोटिस जारी किया था कि 600 रूपए प्रति स्क्वायर फीट के हिसाब से आपको जमीन आवंटित की जाएगी, लेकिन इसके मालिक आप नहीं रहेंगे। आठ साल के लिए लीज पर देंगे। इसे लेकर हमने सांसद, विधायक आदि जनप्रतिनिधियों से मुलाकात की। उन्होंने सीएमडी से चर्चा की तो सीएमडी ने 360 रूपए स्क्वायर फिट कर दिया, लेकिन यह भी बहुत ज्यादा है। इसके अलावा हमें 20 रूपए प्रति स्क्वायर फिट लीज रेंट देना होगा। 18 प्रतिशत जीएसटी देना होगा जो लाखों में जाता है।
उन्होंने आगे कहा कि नेपानगर के व्यापार की ऐसी स्थिति नहीं कि इतना लीज रेंट, जीएसटी दिया जा सके। व्यापारिक संघ अध्यक्ष राजेश चौहान ने कहा- हम इतना पैसा भरने को तैयार नहीं है। अगर बात नहीं बनी तो जैसा चल रहा है वैसा चलेगा। नेपा मिल के लिए हमने काफी कुछ किया। काली दिवाली मनाई। हमने, हमारी भाइयों ने खून पसीना लगाया। यह एक तरफा निर्णय है। हम इसका विरोध करते हैं। हम फिर सांसद, विधायक से मांग करेंगे कि लीज रेंट स्क्वायर फिट नहीं स्क्वायर मीटर में कराएं।
इस दौरान व्यापारिक संघ अध्यक्ष और पूर्व नपाध्यक्ष राजेश चौहान, पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष सोहन सैनी, अशोक जायसवाल, प्रतीक सिंह बैस, हेमंत सिद्धवानी, मोहन सेईवाल, महेश गुरूबक्षाणी, संजय टोरानी, प्रमोद सिंह चौहान, घीसूलाल जैन सहित काफी संख्या में अन्य व्यापारी मौजूद थे।
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