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आलीराजपुर के दामिनी ठाकुर सुसाइड केस में जोबट विधायक सेना पटेल के बेटे पुष्पराज के खिलाफ FIR दर्ज की गई है। दामिनी के परिजन का आरोप है कि पुष्पराज की धमकियों से तंग आकर उसने खुदकुशी की। वहीं, पुष्पराज की मां और कांग्रेस विधायक सेना पटेल कहती हैं कि ध
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दामिनी ठाकुर ने 13 सितंबर को अपने घर में फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली थी। परिजन की शिकायत के बाद पुलिस ने 16 सितंबर को पुष्पराज के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज किया। इसी के बाद से वह लापता है। उसके पिता और कांग्रेस नेता महेश पटेल का कहना है कि वह दोस्त के घर गया है। दूसरी तरफ, दामिनी के परिजन अपनी बात पर कायम हैं। वे न्याय की मांग कर रहे हैं।
दैनिक भास्कर ने जब दोनों पक्षों से बात की तो पता चला कि जिस दिन दामिनी ने खुदकुशी की, उसी दिन उसकी मां ने पुष्पराज को घर पर बातचीत के लिए बुलाया था। इस बात की पुष्टि पुष्पराज के पिता महेश पटेल ने भी की है। पुष्पराज जब तक घर पहुंचता, तब तक दामिनी खुदकुशी कर चुकी थी। परिजन ने और क्या बताया, जानने के लिए पढ़िए ये रिपोर्ट…
अब जानिए, दामिनी की खुदकुशी की क्या वजह बताई जा रही…
परिजन ने जो शिकायत पुलिस को दी है, उसके मुताबिक साल 2019 में दामिनी की सगाई वडोदरा में हुई थी। पुष्पराज ने उसके मंगेतर को बार-बार धमकी दी। उस पर हमला भी करवाया। इसके बाद लड़के पक्ष ने सगाई तोड़ दी।
5 साल बाद 2024 में एक बार फिर दामिनी की सगाई वडोदरा में ही हुई। इस बार जिस शख्स से दामिनी की सगाई हुई, उसे भी पुष्पराज ने 11 सितंबर को धमकी दी और सगाई तोड़ने के लिए कहा। आरोप ये भी है कि पुष्पराज ने दामिनी के मंगेतर और भाई को बुलाया। उन्हें धमकी दी। सगाई फिर से टूटने की आशंका के चलते दामिनी ने 13 सितंबर को घर में फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली।
ये दामिनी का कमरा है, जहां 13 सितंबर को उसने पंखे से लटककर जान दी थी।
जिस समय दामिनी ने खुदकुशी की, घर में कोई नहीं था
दैनिक भास्कर की टीम जब दामिनी के घर पहुंची तो माहौल गमगीन था। मां आशा ठाकुर बेसुध पड़ी थी। भाई यश ठाकुर भी उदास था। पास ही दामिनी की तस्वीर रखी थी।
यश ने बताया कि वह एक प्राइवेट कंपनी में बतौर सिविल इंजीनियर काम करता है। पिछले साल दिसंबर में उसकी शादी हुई है। इसी साल अप्रैल में दामिनी की सगाई हुई थी और नवंबर में शादी थी। वह इसे लेकर काफी उत्साहित थी।
उससे पूछा कि आत्महत्या वाले दिन क्या हुआ था तो यश ने बताया- दामिनी की सगाई के बाद से ही पुष्पराज धमकाने लगा था। 11 सितंबर को उसने कॉल पर मुझे धमकी दी। बोला- मैं तेरी बहन की शादी नहीं होने दूंगा। जब मैंने ये बात परिवार को बताई तो दामिनी अपसेट हो गई थी।
12 सितंबर को उसने न तो किसी से बात की और न ही खाना खाया। 13 सितंबर की सुबह मैं अपने काम पर चला गया। कुछ देर बार मां ने मुझे कॉल किया कि दामिनी ने सुसाइड कर लिया है। मैं जब घर पहुंचा तो वह अपने कमरे के पंखे पर फंदे से लटकी हुई थी।
पुष्पराज ने धमकी दी, बोला- शादी तो मैं ही करूंगा
दामिनी की मां आशा ठाकुर ने बताया कि 25 नवंबर को उसकी शादी होने वाली थी। सभी तैयारियां हो चुकी थीं, पता नहीं था कि बेटी खुदकुशी कर लेगी। उनसे पूछा कि कभी पुष्पराज के माता-पिता से बात करने की कोशिश नहीं की तो उन्होंने कहा- पहली बार जब बेटी की सगाई हुई थी, उस वक्त भी पुष्पराज ने धमकियां दी थीं। मैंने उसके पापा को बताया था कि आपका बेटा मेरी बेटी को परेशान कर रहा है। उसके मंगेतर को कॉल कर धमकाता है।
उन्होंने कहा था कि आप शादी करिए, मैं बेटे को देखता हूं। मगर सगाई टूट गई। पांच साल बाद फिर सगाई हुई और शादी तय हो गई। पुष्पराज ने एक बार फिर होने वाले दामाद को धमकाया और कहा- दामिनी से शादी तो मैं ही करूंगा।
दामिनी के रिश्तेदार परिवार को सांत्वना देने उसके घर पहुंच रहे हैं।
दामिनी की मां ने पुष्पराज को बात करने बुलाया था
आशा ठाकुर ने कहा- 11 सितंबर को भी उसने मेरी बेटी के मंगेतर को धमकाया था। उन्होंने ये बात बताई तो मेरी बेटी ने पुष्पराज को कॉल किया था। मैंने भी उससे बात की थी और पूछा था कि वह ऐसा क्यों कर रहा है। मगर वह गाली देने लगा। इससे मेरी बेटी डिप्रेशन में आ गई। वह गुमसुम रहने लगी।
13 सितंबर को वह तैयार हुई और कहा- मम्मी, आप पुष्पराज से बात करना। मैंने उसे फोन लगाया और कहा- बात करनी है, मेरे घर आना। उसके बाद मैं मार्केट चली गई। मार्केट से लौटी तो घर के नीचे दुकान पर बैठी थी। तभी मुझे बहन की बेटी ने आवाज दी। जब मैं ऊपर पहुंची तो दामिनी फंदे पर झूल रही थी। हम उसे अस्पताल ले गए, लेकिन तब तक उसकी जान जा चुकी थी।
दामिनी और पुष्पराज के संबंधों को लेकर स्थिति साफ नहीं
दामिनी की मां आशा ठाकुर नगर पालिका सीएमओ रह चुकी हैं। दामिनी के भाई यश ने बताया कि दामिनी और पुष्पराज दोनों एक ही स्कूल में पढ़ते थे। वहीं से उनकी दोस्ती थी।
यश से पूछा कि क्या दोनों के बीच आत्मीय संबंध थे तो उसने कहा कि ऐसा कुछ नहीं था। यश से पूछा कि फिर पुष्पराज सगाई होने पर धमकी क्यों देता था, तब उसने कहा- पुष्पराज का ये एकतरफा अट्रेक्शन था। दामिनी उसे दोस्त ही मानती थी।
पुष्पराज के पिता महेश पटेल का भी कहना है कि दोनों अच्छे दोस्त थे। दोनों के बीच प्रेम संबंध नहीं थे। उनसे पूछा कि फिर परिवार धमकाने के आरोप क्यों लगा रहा है तो उन्होंने कहा- ये उनसे पूछिए, मेरे बेटे ने कभी दामिनी को धमकी नहीं दी।
एसपी राजेश व्यास ने कहा कि परिजन की शिकायत के आधार पर ही पुष्पराज के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।
अब जानिए, पुष्पराज के परिवार का क्या कहना है…
विधायक बोलीं- मेरे बेटे ने धमकी दी, क्या ऐसा कोई सबूत है?
जोबट विधायक सेना पटेल कहती हैं- वे धमकी देने का आरोप लगा रहे हैं। क्या उनके पास कोई प्रूफ है? दामिनी और उसका होने वाला पति कुछ दिन पहले राजस्थान घूमकर आए थे। मेरे बेटे ने न तो दामिनी को खुदकुशी के लिए उकसाने की कोशिश की, न ही धमकी दी। ये राजनीतिक षड्यंत्र है। दामिनी ने सुसाइड से पहले मोबाइल का डेटा डिलीट क्यों किया?
वे कहती हैं- इन्हीं के घर में रोज झगड़े हो रहे थे। उसकी मां ने मेरे बेटे को फोन कर बुलाया था। जिस दिन दामिनी ने सुसाइड किया, उस दिन मेरे बेटे का परिवार वालों ने नाम नहीं लिया था। तीसरे दिन जब बीजेपी नेता उसके घर बैठने गए, तब मेरे बेटे का नाम लिया गया है। पुलिस ने भी कोई जांच नहीं की और दबाव में एकतरफा कार्रवाई की है।
हम नहीं चाहते थे कि उसके परिवार के खिलाफ बोलें, लेकिन वे जिस तरह से आरोप लगा रहे हैं तो हम लोग भी जल्द ही अपने पत्ते खोलेंगे।
पिता बोले- बेटे के खिलाफ पहले पुलिस में शिकायत क्यों नहीं की
पुष्पराज के पिता और पूर्व विधायक महेश पटेल कहते हैं कि दामिनी ने सुसाइड से पहले मोबाइल डेटा डिलीट किया। यदि मेरा बेटा धमकी दे रहा था तो वह ऐसा नहीं करती। जो व्यक्ति सुसाइड करता है वो सुसाइड नोट भी छोड़कर जाता है लेकिन दामिनी ने ऐसा नहीं किया।
उसने खुदकुशी क्यों की? इस सवाल पर वे कहते हैं- परिवार के लोगों ने ही प्रताड़ित किया होगा। पुष्पराज प्रताड़ित करता तो वह कुछ न कुछ लिखकर जाती।
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