[ad_1]
बीकानेर की सड़काें की दुर्दशा की खबर सरकार तक पहुंच गई है। यही वजह है कि अब सरकार ने भी इसमें हस्तक्षेप करना शुरू कर दिया। हाल ही में पीडब्ल्यूडी से डिफेक्ट लाइबिलिटी (वारंटी पीरिएड) के अंतर्गत आने वाली सड़काें की पूरी रिपाेर्ट 20 सितंबर तक मांगी है।
.
दरअसल शहर में जाे भी सड़काें की दुर्दशा है उसमें करीब 475 किलाेमीटर सड़कें ताे ऐसी हैं जाे लाइबिलिटी पीरियड में हैं। यानी बीते तीन सालाें में जाे सड़कें बनी हैं। उनकी तीन साल तक देखरेख और टूटफूट संबंधित ठेकेदार को कराना हाेता है। इस साल शहर की सड़काें का मुद्दा विधानसभा तक पहुंचा है इसलिए अधिकारी भी सतर्क हैं।
अब उन सड़काें के हालात पूछे जाने लगे जाे लाइबिलिटी पीरियड में ताे हैं लेकिन उनकाे अब तक ठीक कराना शुरू नहीं किया गया है। बुधवार काे संभागीय आयुक्त ने भी नगर निगम, पीडब्ल्यूडी, नगर विकास न्यास और रीकाे के अधिकारियाें काे मीटिंग बुलाकर कहा कि लाइबिलिटी की सड़काें काे तुरंत ठीक कराया जाय।
पीडब्ल्यूडी के मुताबिक उसके पास शहर में अभी 896.78 किमी सड़कें हैं। इसमें से डीएलपी की 475.09 किमी हैं। गैर डीएलपी 421.69 किमी हैं। 303.23 सड़कें पैचवर्क लायक हैं। शेष नई बनाने लायक। पीडब्ल्यूडी के अधीक्षण अभियंता पंकज यादव ने बताया कि रिपाेर्ट जाे मांगी गई है। वह समय-समय पर भेजी जाती है। पुन: जल्दी भेजी जाएगी। पैचवर्क का काम शुरू हाे गया है। डीएलपी की सड़काें का भी जल्दी काम शुरू हाेगा।
[ad_2]
Source link