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झारखंड में तीन दिन से हो रही बारिश ने कहर बरपा रखा है। राज्य के विभिन्न जिलों में सोमवार को अलग-अलग घटनाओं में आठ लोगों की मौत हो गई। वहीं बारिश के कारण कई सड़कें और डायवर्सन बह गए, जिसके चलते गांवों का संपर्क प्रखंड मुख्यालय से कट गया है। रांची के ग्रामीण इलाकों में एक दर्जन से अधिक समेत राज्यभर में दर्जनों कच्चे मकान और पेड़ धराशायी हो गए। नदियां और झरने उफान पर हैं। जलाशय लबालब हैं। बिजली आपूर्ति पर भी असर पड़ा है।
जानकारी के अनुसार, गढ़वा में रंका के मनोज सिंह खरवार और बिशुनपुरा की हेवंती देवी के शव नदी से बरामद किए गए। पलामू में नदी में बहकर अरर के कोरैल परहिया की तो दीनादाग के किशोर निरंजन की आहर में डूबकर मौत हो गई। लातेहार के चंदवा में लोहरदगा के युवक राहुल तुरी और चतरा के कुंदा में वृद्ध हरवंश गंझू की पेड़ गिरने से जान गई। प. सिंहभूम के हाटगम्हरिया और जामताड़ा में एक-एक वृद्ध की मौत हो गई।
संताल-कोयलांचल में कई जगह घर-पेड़ गिरे धनबाद के करीब 12 मोहल्लों में जलजमाव से लोग परेशान रहे। टुंडी में घर गिरने से दो बच्चियां घायल हो गईं। तेनुघाट डैम के 8 गेट खोले गए हैं। दामोदर में पानी बढ़ने से अलर्ट किया गया है। दुमका के मसानजोर में पहाड़ का हिस्सा धंस गया। देवघर-दुमका मार्ग पर भी आवागमन बाधित है। गिरिडीह में भी उसरी नदी उफान पर है।
आज भी रांची, खूंटी समेत कई जिलों के लिए अलर्ट
मौसम विभाग रांची ने मंगलवार को राज्य में तेज हवा, वज्रपात और बारिश का यलो अलर्ट जारी किया है। रांची, खूंटी समेत पलामू, गढ़वा, चतरा, कोडरमा, लातेहार, लोहरदगा, बोकारो, गुमला, हजारीबाग, रामगढ़ में 50 किमी प्रतिघंटे की रफ्तार से हवा चलने की संभावना है। कई स्थानों पर वज्रपात की भी आशंका जताई गई है।
कहां क्या असर रहा
● लातेहार में डायवर्सन बहने से रांची-डालटनगंज मार्ग बाधित।
● महुआडांड़ में डायवर्सन बहने से डालटनगंज रूट प्रभावित।
● रजरप्पा में दामोदर, भैरवी नदी उफनाईं, कई दुकानों को क्षति।
● रामगढ़ की कोयला खदानों में पानी भरने से उत्पादन प्रभावित।
● हजारीबाग में करीब 12 घंटे तक बिजली आपूर्ति बाधित रही।
कोल्हान में नदियों में उफान चांडिल डैम के 4 गेट खोले
कोल्हान में लगातार बारिश ने परेशानी बढ़ा दी है। चाईबासा में रोरो नदी तो जगन्नाथपुर में मोंगरा देव नदी उफान पर हैं। लुपुंगुटू मार्ग में छोटी पुलिया के ऊपर से पानी बह रहा है। बंदगांव का हिरणी फॉल भी उफान पर है। खरकई नदी लाल निशान पार कर गई है। स्वर्णरेखा का जलस्तर भी बढ़ रहा है। चांडिल डैम के चार फाटक खोल दिए गए हैं।
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