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आम आदमी पार्टी (आप) के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा है कि वह अब मुख्यमंत्री की कुर्सी पर तभी बैठेंगे जब जनता चुनाव जितवाकर उन्हें ‘ईमानदारी का सर्टिफिकेट’ दे दे। भाजपा प्रवक्ता ने इस दलील पर केजरीवाल से एक सवाल पूछा है।
आम आदमी पार्टी (आप) के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा है कि वह अब मुख्यमंत्री की कुर्सी पर तभी बैठेंगे जब जनता उन्हें ‘ईमानदारी का सर्टिफिकेट’ दे दे। केजरीवाल ने कहा है कि दिल्ली की जनता यदि उन्हें ईमानदार मानती है तो आगामी विधानसभा चुनाव में उनके पक्ष में जमकर वोट करें। कथित शराब घोटाले में महीनों तक जेल में बंद रहे केजरीवाल की ओर से यह कहे जाने पर कि चुनावी जीत ईमानदारी का सर्टिफिकेट है, भाजपा ने जोरदार पलटवार किया है। भाजपा के प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने लालू प्रसाद यादव, मायावती और जयललिता का उदाहरण देकर पूछा कि भ्रष्टाचार का आरोप लगने के बाद ये सभी नेता भी चुनाव जीत चुके हैं तो केजीवाल ने उन्हें भ्रष्ट क्यों कहा था?
गौरतलब है कि अन्ना आंदोलन के दौरान केजरीवाल ने ‘भ्रष्ट नेताओं की एक सूची’ जारी की थी जिसमें लालू प्रसाद यादव, मायावती समेत देश के कई बड़े नेताओं का नाम शामिल किया गया था। उन्होंने इन सभी नेताओं के इस्तीफे और उनकी गिरफ्तारी की मांग भी रामलीला मैदान से जोरशोर से उठाई थी।
सुधांशु त्रिवेदी ने एक्स पर लिखा, ‘केजरीवाल जी कह रहे है कि मेरा फैसला जनता चुनाव में करेगी मैं ईमानदार हूं या बेईमान। देश की जनता को यह जानना चाहिए कि यह बचकाना नहीं शातिराना तर्क है। अगर यह तर्क मानें तो भ्रष्टाचार का आरोप लगने के बाद अनेकों नेता चुनाव जीत चुके हैं। जयललिता जी दोबारा सत्ता में आईं भ्रष्टाचार का आरोप लगने के बाद, मायावती जी भी दोबारा सत्ता में आईं, भ्रष्टाचार का आरोप लगने के बाद। करुणानिधि जी दोबारा सत्ता में आए, समाजवादी पार्टी को भी स्पष्ट बहुमत मिला। लालू यादव जेल जाने के बाद भी दोबारा सत्ता में आए। फिर उन्हें केजरीवाल जी क्यों बेईमान बता रहे थे जनता का प्रचंड बहुमत तो उन्हें भी मिला था। तब कहते सारे सांसद चोर है वो सभी चुनाव जीत कर आए थे।’
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