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केंद्रीय मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू के बयान पर मचे घमासान के बीच उत्तर प्रदेश के मंत्री रघुराज सिंह ने भी राहुल गांधी को ‘नंबर वन’ आतंकवादी कह डाला है। उन्होंने कांग्रेस नेता के धर्म को लेकर भी विवादित टिप्पणी की।
केंद्रीय मंत्री रवनीत बिट्टू के बाद अब उत्तर प्रदेश के मंत्री रघुराज सिंह ने लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी को ‘नंबर वन’ आतंकवादी कह डाला है। उन्होंने कांग्रेस नेता के धर्म को लेकर भी विवादित टिप्पणी की। रघुराज सिंह ने कहा कि राहुल ना तो हिंदू हैं, ना मुसलमान और ना ही ईसाई। वह यहीं नहीं रुके और आतंकवाद को इस्लाम से जोड़ दिया। रघुराज सिंह ने मध्य प्रदेश के इंदौर में सोमवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान यह टिप्पणी की।
लोकसभा चुनाव से ठीक पहले कांग्रेस छोड़कर भाजपा में आए रवनीत सिंह बिट्टू ने पिछले दिनों राहुल गांधी को ‘नंबर वन आतंकवादी’ कह डाला। इसको लेकर कांग्रेस पार्टी बेहद आक्रामक है और बिट्टू के इस्तीफे की मांग कर रही है। इस बीच इंदौर में मीडिया के सामने रघुराज सिंह ने भी बिट्टू की बात को दोहराया।
रघुराज सिंह ने कहा, ‘रघुराज सिंह ने कहा, ‘राहुल गांधी इस देश का नंबर प्रथम आतंकवादी है। क्योंकि इस देश को डिवाइड एंड रूल, अंग्रेज मर गए औलाद छोड़ गए। इनका तो कोई धर्म है, ना ईसाई हैं। बाबा थे मुस्लिम, बाप ईसाई हो गए, ईसाई से शादी की। ना मुसलमान रहे, ना हिंदू रहे, ना ईसाई रहे, ना सिख रहे। यह ऐसी पांचवी जाति बन गई है, कि इनको किसी के साथ कोई सरोकार नहीं है। हिन्दुस्तान से इनको कोई लेना देना नहीं है। हिन्दुस्तान को लुटेरे के रूप में लूटने आए हैं इटली से। इसलिए ये नंबर वन आतंकवादी हैं।’’
हर आतंकवादी मुसलमान ही क्यों? रघुराज सिंह
रघुराज सिंह यूपी सरकार में श्रम और रोजगार मंत्रालय के राज्यमंत्री हैं। रघुराज सिंह ने सिर्फ राहुल गांधी पर विवादित टिप्पणी नहीं की, बल्कि आतंकवाद को भी इस्लाम और मदरसे से जोड़ दिया। उन्होंने कहा, ‘हर आतंकवादी मुस्लिम ही क्यों है, आतंकवादी और किसी बिरादरी से क्यों नहीं, ईसाई क्यों नहीं, सिख क्यों नहीं, हिंदू क्यों नहीं। हर आतंकवादी मुस्लिम ही क्यों है, क्योंकि उनको मदरसे के माध्यम से इतना कट्टर बना दिया जाता है। आतंकवादियों के बच्चे तो इंग्लैंड में पढ़ते हैं लेकिन वे गरीब मुसलमानों के बच्चों को आतंकवादी बना देते हैं। यह बड़ी समस्या है। अशिक्षा की समस्या है। वह कहते हैं हम अक्ल नहीं लगाते हम नकलची हैं।’
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