[ad_1]
कटनी में सोमवार को बारिश हुई। इससे पहले यहां पारा 30 डिग्री के करीब पहुंच गया था।
लो प्रेशर एरिया और मानसून ट्रफ की वजह से मध्यप्रदेश में एक बार फिर बारिश का दौर शुरू हो गया है। अगले 24 घंटे भोपाल, ग्वालियर, जबलपुर, चंबल समेत 8 संभाग में तेज बारिश का अलर्ट है। मालवा-निमाड़ यानी, इंदौर-उज्जैन संभाग में बूंदाबांदी के आसार हैं। सोमवार
.
मौसम विभाग के अनुसार, डीप डिप्रेशन की वजह से बारिश हो रही है। हालांकि, यह आगे डिप्रेशन में बदल जाएगा। मानसून ट्रफ और साइक्लोनिक सर्कुलेशन सिस्टम भी एक्टिव है। इन तीनों सिस्टम की वजह से अगले 2 दिन बारिश का दौर बना रहेगा।
पूर्वी हिस्से में बारिश का दौर
सोमवार को प्रदेश के पूर्वी हिस्से में बारिश का दौर रहा। 7 जिलों में बारिश हुई। सतना में सबसे ज्यादा डेढ़ इंच, उमरिया-रीवा में पौन इंच और सीधी में आधा इंच से ज्यादा पानी गिरा। जबलपुर, मंडला और बालाघाट के मलाजखंड में हल्की बारिश हुई। पश्चिमी हिस्से, भोपाल, इंदौर, ग्वालियर, चंबल, नर्मदापुरम में तेज धूप खिली। ग्वालियर-नर्मदापुरम में दिन का तापमान 33 डिग्री के पार रहा। रात में कई जिलों में बारिश का दौर बना रहा।
भिंड जिले में बारिश का पानी उतरा तो लोग गृहस्थी बचाने में जुट गए। सोमवार को ऐसी स्थिति देखने को मिली।
एमपी में अब तक 40.6 इंच बारिश
मानसून की ओवरऑल तस्वीर पर नजर डालें तो अब तक प्रदेश में 40.6 इंच बारिश हो चुकी है, जो सामान्य से 8% ज्यादा है। भोपाल, ग्वालियर समेत 35 जिलों में बारिश का कोटा फुल हो चुका है। यहां 100 से 195% तक पानी गिर चुका है। श्योपुर सबसे अव्वल है। यहां सामान्य की दोगुनी यानी, 195% तक बारिश हो चुकी है।
सबसे ज्यादा पानी मंडला में गिरा है। पहले नंबर पर है। यहां अब तक 55.6 इंच पानी बरस चुका है। 4 जिले- सीहोर, छतरपुर, शाजापुर और शहडोल ऐसे हैं, जहां 96 से 100% तक पानी गिरा है। यह कैटेगिरी सामान्य बारिश के दायरे में आती है। हालांकि, बारिश की एक-दो तेज झड़ी लगते ही इनमें भी 100% या इससे अधिक बारिश हो जाएगी। अभी रीवा जिला सबसे पीछे है। यहां सामान्य की 61.47% यानी, 24 इंच पानी ही गिरा है।
मंडला में सबसे ज्यादा 55 इंच पानी गिरा
प्रदेश में सामान्य बारिश से ज्यादा पानी गिर चुका है। रविवार तक की स्थिति में औसत 37.3 इंच के मुकाबले 40.6 इंच बारिश हो चुकी है। सबसे ज्यादा बारिश मंडला जिले में 55.6 इंच हुई है। दूसरे नंबर पर सिवनी जिला है। यहां अब तक 53.4 इंच पानी गिर चुका है।
श्योपुर में 51 इंच से ज्यादा बारिश हो चुकी है, जबकि भोपाल भी 50 इंच के आंकड़े के करीब है। सबसे ज्यादा बारिश वाले टॉप-10 जिलों में सागर, निवाड़ी, राजगढ़, छिंदवाड़ा, रायसेन, नर्मदापुरम भी शामिल हैं।
फिर से छलकने लगे डैम, तालाब
प्रदेश में करीब 282 में से 200 से ज्यादा डैम इस बार भर गए। इस वजह से इंदिरा सागर, ओंकारेश्वर, मड़ीखेड़ा, केरवा, कलियासोत, कोलार, भदभदा, तवा, बरगी, मोहनपुरा, हलाली, मड़ीखेड़ा, अटल सागर, तिघरा, बानसुजारा, जोहिला समेत कई डैम के गेट खुल चुके हैं। ये सभी डैम ओवरफ्लो हो चुके हैं। बारिश से अन्य डैमों के गेट भी फिर से खुल जाएंगे।
इन जिलों में इतनी बारिश…
अगले 3 दिन ऐसा रहेगा मौसम…
[ad_2]
Source link