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दिल्ली के अंतरराज्यीय बस अड्डों में बसों को खड़ी करने के नए नियम शनिवार मध्यरात्रि से लागू हो गए हैं। अन्य राज्यों से आने वाली बसों के साथ-साथ वैध परमिट के साथ चलने वाली प्राइवेट बसें अब इन बस अड्डों पर 25 मिनट ही ठहर सकेंगी।
दिल्ली के कश्मीरी गेट, आनंद विहार और सराय काले खां अंतरराज्यीय बस अड्डों में बसों को खड़ी करने के नए नियम शनिवार मध्यरात्रि से लागू हो गए हैं। अन्य राज्यों से आने वाली बसों के साथ-साथ वैध परमिट के साथ चलने वाली प्राइवेट बसें अब इन बस अड्डों पर 25 मिनट ही ठहर सकेंगी।
इससे ज्यादा समय तक बसों को रोकने पर प्रत्येक पांच मिनट के अंतराल पर बस चालकों को अतिरिक्त शुल्क देना होगा। यह शुल्क फास्टैग के माध्यम से वसूला जाएगा और बिना फास्टैग के बसों को इन आईएसबीटी में प्रवेश नहीं दिया जाएगा। इससे पहले बसों को 45 से 60 मिनट तक रुकने की अनुमति थी।
उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने बीते 31 अगस्त को महाराणा प्रताप आईएसबीटी का निरीक्षण किया था। इसके बाद उनकी अध्यक्षता और दिल्ली के परिवहन मंत्री कैलाश गहलौत की मौजूदगी में हुई एक हाई लेवल बैठक में बस टर्मिनलों का उपयोग करने वाली बसों के लिए नई दरों को लागू करने का निर्णय लिया गया था। इसके बाद उन्होंने सराय काले खां और आनंद विहार आईएसबीटी का भी निरीक्षण किया। उपराज्यपाल ने 14 सितंबर की मध्यरात्रि से नई दरों को लागू करने का आदेश दिया था। नए नियम प्राइवेट और सरकारी बसों पर समान रूप से लागू किए गए हैं। इससे पहले सरकारी बसों की अपेक्षा निजी बसों से शुल्क ज्यादा लिया जाता था।
यह होगा नया शुल्क : दिल्ली ट्रांसपोर्ट इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट कॉरपोरेशन लिमिटेड के मुताबिक, नए नियमों के तहत प्राइवेट और सरकारी, दोनों तरह की इंटरस्टेट बसों को 25 मिनट के लिए 500 रुपये स्टैंड शुल्क देना होगा। इस पर जीएसटी अलग से लिया जाएगा। 25 मिनट के बाद पांच मिनट और अतिरिक्त समय लेने पर यानी 30 मिनट तक बस रोकने पर 50 रुपये अतिरिक्त देने होंगे, 30 से 35 मिनट बस रोकने पर 200 रुपये, 35 से 40 मिनट बस रोकने पर 250 रुपये, 40 से 45 मिनट तक बस रोकने पर 300 रुपये और 45 मिनट से अधिक बस रोकने पर हर 5 मिनट के 350 रुपये के हिसाब से अतिरिक्त शुल्क देना होगा। इन सभी शुल्क पर जीएसटी अलग से वसूला जाएगा। इस शुल्क की वसूली फास्टैग से होगी।
जाम से मिलेगी राहत
अधिकारियों का कहना है कि नई अधिसूचना लागू होने से बसों के आने-जाने का समय कम होगा, यातायात में तेजी आएगी और बसों की हैंडलिंग में सुधार होगा। प्राइवेट बसों के चालक टर्मिनल के बाहर खड़े होकर यात्रियों को नहीं बैठा सकेंगे। इसकी वजह से मुख्य रिंग रोड और कश्मीरी गेट आईएसबीटी से तीस हजारी की ओर जाने वाली सड़क और सराय काले खां बस टर्मिनल के बाहर सड़क पर भीड़भाड़ कम होगी।
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