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केंद्रीय वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल ने बिहार को ‘छिपा हुआ रत्न’ बताया और कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की नेतृत्व में राज्य की छवि बदल रही है। उन्होंने उद्योग जगत से बिहार में निवेश करने का आह्वान…
केंद्रीय वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल ने बिहार में उद्योग लगाने का आह्वान किया गोयल ने ‘बिहार का चेहरा बदलने का श्रेय मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को दिया
मुंबई, एजेंसी। केंद्रीय वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल ने शुक्रवार को बिहार को एक ‘छिपा हुआ रत्न करार दिया, जिसे दुनिया ने नहीं खोजा। भविष्य में राज्य के बेहतर प्रदर्शन करने का भरोसा जताते हुए गोयल ने कहा कि कानून-व्यवस्था, लूट और आगजनी से जुड़ी छवि ने अतीत में इसकी प्रगति में बाधा डाली। गोयल दिसंबर में निवेशक सम्मेलन से पहले उद्योग चैंबर सीआईआई द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे।
वाणिज्य मंत्री ने कहा कि भ्रष्टाचार का मुद्दा, जिसके लिए पूर्व मुख्यमंत्री जेल गए थे, अब इतिहास बन चुका है और पारदर्शिता अब चर्चा का विषय है। उन्होंने जमीनी हकीकत और राज्य की छवि को पूरी तरह बदलकर ‘बिहार का चेहरा बदलने का श्रेय मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को दिया।
केंद्रीय मंत्री ने कहा, ‘बिहार उन छिपे हुए रत्नों में से एक है, जिसे दुनिया ने नहीं खोजा है। उन्होंने उद्योग जगत से जल्द ही बिहार जाने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि भाजपा समर्थित नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली सरकार ने उद्योग जगत के लिए बिहार की अपार संभावनाओं को प्रदर्शित किया है और विश्वास जताया कि वित्तीय राजधानी के निवेशक राज्य में निवेश करना पसंद करेंगे।
पीयूष गोयल ने कहा कि भारत के दूसरे सबसे अधिक आबादी वाले राज्य में युवा आबादी सहित कई फायदे हैं। उन्होंने कहा कि दुनिया ने अब बड़ी आबादी में गुण खोज लिए हैं। अधिक लोग अपने गांवों में रहना पसंद करते हैं और यह समय की बात है कि उद्योग इस वजह से अवसरों की तलाश में आएंगे। मंत्री ने दिन में पहले व्यापार बोर्ड की बैठक में भाग लिया और कहा कि यह पहली बार है जब यह कार्यक्रम वित्तीय राजधानी में आयोजित किया गया है।
गोयल ने कहा कि 2030 तक निर्यात को 2 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर तक बढ़ाने के लक्ष्य की दिशा में प्रगति पर चर्चा हुई। दो नए पोर्टल भी लॉन्च किए गए, जिनमें विदेश व्यापार महानिदेशालय के लिए वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के साथ शिकायत या स्पष्टीकरण मंच और निर्यात ऋण गारंटी निगम द्वारा उद्यम संसाधन पोर्टल भी शामिल है। दोनों प्लेटफॉर्म मंत्रालय की 100-दिवसीय योजना का हिस्सा हैं।
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