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जिले के केलवाड़ा थानाक्षेत्र में भैंसासूर नदी के तेज बहाव के कारण खंडेला गांव में फंसी प्रसूता को एसडीआरएफ की टीम ने रेस्क्यू किया।
जिले के केलवाड़ा थानाक्षेत्र में भैंसासूर नदी के तेज बहाव के कारण खंडेला गांव में फंसी प्रसूता को एसडीआरएफ की टीम ने रेस्क्यू किया। टीम के जवान मोटर बोट की सहायता से उफनती नदी को पार कर खंडेला गांव पहुंचे। गांव में फंसी प्रसूता, नवजात और एक परिजन को
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एसडीआरएफ की टीम ने मां, नवजात और एक परिजन को रेस्क्यू कर सुरक्षित अस्पताल पहुंचाया।
पुलिस कंट्रोल रूम बारां पर गुरुवार को सुबह 9 बजे सूचना मिली थी कि केलवाड़ा थानाक्षेत्र के तहत भैंसासुर नदी के तेज बहाव के कारण खंडेला गांव में एक प्रसूता के फंसे होने की सूचना मिली थी। इस पर एसडीआरएफ कमांडेंट राजेंद्र सिंह सिसोदिया के निर्देशानुसार बारां रिजर्व पुलिस लाइन में तैनात एसडीआरएफ बी कंपनी कोटा की रेस्क्यू टीम बी-04 के प्रभारी हेड कॉन्स्टेबल मुकेश कुमार को तुरंत घटनास्थल के लिए रवाना किया गया। रेस्क्यू टीम प्रभारी 11 जवानों की टीम व आपदा राहत उपकरणों के साथ सुबह 11 बजे घटनास्थल पर पहुंचे। टीम कमांडर ने स्थिति का जायजा लिया तथा एसडीआरएफ कमांडेंट को बताया कि क्षेत्र में हो रही भारी बारिश के कारण भैंसासूर नदी उफान पर है।
खंडेला गांव में हथियादेह गांव की एक प्रसूता फंसी हुई थी। जिसने छह घंटे पहले ही नवजात को जन्म दिया है। उसे अस्पताल भिजवाना है। नदी उफान पर है और पूरे वेग से बह रही है। इस पर एसडीआरएफ राजस्थान कमाण्डेंड ने टीम कमाण्डर को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। टीम कमाण्डर के निर्देश पर रेस्क्यू टीम के जवानों मोटर बोट की सहायता से उफनती नदी को पार कर खंडेला गांव पहुंचे।
गांव में फंसी प्रसूता, नवजात और एक परिजन को लाइफ जैकेट पहनाकर सुरक्षित जीवित रेस्क्यू कर अस्पताल भिजवाया। इस दौरान रेस्क्यू टीम में एसडीआरएफ शिवपाल, रामप्रसाद, बनवारी लाल, रामराज, मनीश, नरेश कुमार, अशोक, मुकेश कुमार, भगवती, धर्मवीर आदि शामिल रहे।
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