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सतना नगर निगम के स्पीकर के खिलाफ अविश्वास पत्र प्रस्तुत किए जाने को लेकर बढ़ी सियासी सरगर्मी के बीच कलेक्टर के सामने परेड के पहले ही कांग्रेसी पार्षदों के अचानक लापता होने का सिलसिला शुरू हो गया है। शहर की एक महिला पार्षद के इसी तरह गायब हो जाने को ले
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जानकारी के मुताबिक, अविश्वास पत्र की पुष्टि के लिए बुधवार की सुबह कलेक्टर अनुराग वर्मा की तरफ से कांग्रेसी पार्षदों को पत्र जारी किए जाने के बाद सतना का सियासी पारा एकदम से चढ़ गया। खींचतान और मान मनोव्वल की चल रही कवायदों के बीच शहर के वार्ड नंबर 12 की महिला पार्षद माया कोल अचानक लापता हो गईं। उनका बेटा लल्लू कोल शाम को जब फैक्ट्री से ड्यूटी कर वापस अपने घर टपरिया बस्ती लौटा तो अपनी पार्षद मां को घर पर न पाकर उसने परिजनों से पूछताछ की।
पत्नी ने उसे बताया कि माया मीटिंग में जाने की बात कह कर निकलीं और लौट कर नहीं आईं। उनका मोबाइल भी स्विच ऑफ मिला। लल्लू ने इसकी जानकारी अन्य कांग्रेसी पार्षदों को दी और फिर नेता प्रतिपक्ष ने विधायक सिद्धार्थ कुशवाहा को इत्तिला की। लल्लू कोल मां की गुमशुदगी की शिकायत लेकर कोलगवां थाने पहुंचा तो कुछ ही देर में विधायक सिद्धार्थ कुशवाहा, नेता प्रतिपक्ष रावेंद्र सिंह मिथलेश, पार्षद अमित अवस्थी सन्नू, पंकज कुशवाहा समेत कई अन्य कांग्रेसी भी वहां पहुंच गए।
देर रात विधायक के थाना पहुंचने की जानकारी मिलने पर सीएसपी महेंद्र सिंह चौहान भी कोलगवां थाना आ गए। पुलिस ने महिला पार्षद माया कोल के लापता होने की शिकायत दर्ज कर ली और एक टीम को सीसीटीवी कैमरों के फुटेज खंगालने स्मार्ट सिटी के कंट्रोल एंड कमांड सेंटर भी भेज दिया लेकिन भाजपा और स्पीकर पर पार्षद को गायब करवाने का आरोप लगा रहे कांग्रेसी इतने से संतुष्ट नही हुए।
महिला पार्षद माया कोल
कुर्सी लगा कर बैठे रहे विधायक
समर्थको के साथ विधायक सिद्धार्थ कुशवाहा थाने में कुर्सी जमा कर बैठ गए। खबर मिलने पर थाने में कांग्रेसियों विधायक समर्थकों की भीड़ भी बढ़ती गई। विधायक से पहले टीआई कोलगवां सुदीप सोनी ने बात की लेकिन वे टीआई चेम्बर में भी बैठने को तैयार नहीं हुए। बाद में सीएसपी भी चर्चा करने पहुंचे लेकिन विधायक ने उनसे भी कह दिया कि वे भी फरियादी हैं और जब तक कांग्रेस की महिला पार्षद माया देवी कोल को नहीं ढूंढ लाया जाता वे वहीं बैठे रहेंगे जहां आम फरियादी बैठते हैं।
थाने में बैठे रहे विधायक और संपर्क से बाहर हो गईं एक और पार्षद
वार्ड नंबर 12 की पार्षद माया देवी की गुमशुदगी को लेकर बवाल चल ही रहा था और विधायक थाने में ही बैठे थे कि इसी बीच एक और कांग्रेसी पार्षद के संपर्क से बाहर हो जाने की खबर ने कांग्रेसी खेमे में खलबली मचा दी। पता चला कि वार्ड 44 से कांग्रेस की महिला पार्षद अर्चना अनिल गुप्ता का भी कुछ पता नहीं है। उनका और उनके पति दोनों का मोबाइल भी बंद हो गया। गौरतलब है कि इन दोनों महिला पार्षदों ने कलेक्टर को सौंपे गए अविश्वास पत्र में हस्ताक्षर किए हैं और इन्हें कलेक्टर ने समक्ष उपस्थित होकर वन टू वन चर्चा करने व अपने हस्ताक्षर प्रमाणित करने के लिए बुलाया है। लेकिन उसके पहले ही उनके लापता हो जाने से कांग्रेसी कोशिशों को बड़ा झटका लगता नजर आ रहा है।
विधायक ने देर रात लिखा एसपी को पत्र
कलेक्टर की तरफ से पत्र जारी कर हस्ताक्षर प्रमाणीकरण की तारीख और समय मुकर्रर किए जाने के बाद शुरू हुए कांग्रेसी पार्षदों के गायब होने के सिलसिले में विधायक सिद्धार्थ कुशवाहा ने देर रात थाने से ही सतना एसपी को पत्र लिखा। विधायक ने कहा कि कांग्रेसी पार्षदों को खतरा है लिहाजा उन्हें अविश्वास प्रस्ताव का फैसला होने तक पुलिस सुरक्षा उपलब्ध कराए। उन्होंने आशंका जताई कि बौखलाहट में है कांग्रेस के पार्षदों को प्रभावित और परेशान कर सकता है लिहाजा लोकतांत्रिक व्यवस्था की रक्षा के लिए कांग्रेसी पार्षदों की सुरक्षा किया जाना आवश्यक है।
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