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रांची के बीआईटी कैंपस के पीछे स्वर्णरेखा नदी के समीप चार युवकों की मौत के मामले में बुधवार को पुलिस की टीम घटनास्थल की जांच की। पुलिस की टीम ने चारों शवों का रिम्स में पोस्टमार्टम कराया। पोस्टमार्टम की प्रारंभिक रिपोर्ट में चारों के शरीर पर चोट के निशान नहीं होने की बात सामने आयी है। पुलिस का दावा है कि वज्रपात से ही चारों युवकों की मौत हुई है।
लाश के पास मिला छिला हुआ पेड़
पुलिस मामले की जांच में जुटी है। रिम्स में पोस्टमार्टम कराने के बाद पुलिस ने चारों के परिजनों को शव सौंप दिया है। जांच में पता चला कि नदी के समीप स्थित सखुआ का पेड़ एक साइड पूरी तरह से छिला हुआ है। घटनास्थल के पास से एक कोल्ड ड्रिंक के बोतल के अलावा चप्पल समेत अन्य चीजें मिलीं हैं। बता दें कि नेवरी के शोएब, चुट्टूआ के साहेब नुरूल्लाह, मो आसिफ और मो मकसूद का स्वर्णरेखा नदी के पास से मंगलवार की रात शव मिला था। पुलिस को आशंका है कि बारिश से बचने के लिए चारों युवक पेड़ के नीचे जाकर छिपे होंगे। ठनका जब पेड़ पर गिरा तो चारों युवक जिस तरफ खड़े थे, उनके शरीर का वह हिस्सा जल गया।
चारों मछली मारने के लिए स्वर्णरेखा नदी मंगलवार की सुबह दस बजे गए थे। देर शाम तक जब वह नहीं पहुंचे तो परिजन खोजते हुए स्वर्णरेखा नदी के पास पहुंचे। देखा कि सभी मृत पड़े हैं। सूचना मिलने के बाद बीआईटी मेसरा ओपी की पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए रिम्स भेज दिया था।
पेड़ पर गिरा था ठनका, इसलिए वज्रपात से मौत की आशंका
पुलिस को आशंका है कि बारिश से बचने के लिए चारों युवक पेड़ के नीचे जाकर छिपे होंगे। ठनका जब पेड़ पर गिरा तो चारों युवक जिस तरफ खड़े थे, उनके शरीर का वह हिस्सा जल गया। तीन युवक पास की झाड़ी में और एक युवक कुछ दूर जाकर गिरा। वहीं, चारों युवकों के शरीर पर जलने के निशान भी मिले हैं। पुलिस का दावा है कि वज्रपात से ही चारों युवकों की मौत हुई है। हालांकि, पुलिस मामले की तफ्तीश में जुटी है। रिम्स में पोस्टमार्टम कराने के बाद पुलिस ने चारों के परिजनों को शव सौंप दिया है।
रिम्स में हुआ पोस्टमार्टम, परिजनों को सौंपा गया शव
रिम्स में बुधवार को चारों के शव कर पोस्टमार्टम कराया गया। इससे पहले चुट्टू और नेवरी के लोग पोस्टमार्टम हाउस पहुंच गए थे। ग्रामीणों ने शव को देखा और पता किया कि आखिर मौत कैसे हुई। ग्रामीणों ने बताया कि चारों के शरीर पर जलने के निशान थे। पास्टमार्टम हाउस में सदर, बरियातू और मेसरा ओपी की पुलिस मौजूद थी।
एक साथ निकले तीन जनाजे, सभी की आंखें नम
रिम्स में पोस्टमार्टम के बाद शाहीद, आसिफ और मकसूद का शव बुधवार दोपहर जब चुट्टू गांव पहुंचा, तो मातम पसर गया। हर किसी की आंखें नम थी। एंबुलेंस से जब मकसूद का शव उसके घर के सामने रखा गया तो उसकी पुत्री बिलखते हुए कह रही थी कि अब्बा अब हमलोगों का क्या होगा। वहीं, पत्नी और दोनों बेटे पिता के शव से लिपटकर फूट-फूटकर रोने लगे। दिन के तीन बजे तीनों का जनाजा उनके घर से निकला। शाम पांच बजे नेवरी के रहने वाले शोएब को कब्रिस्तान में सुपूर्देखाक किया गया। जनाजा में शामिल होने के लिए भीड़ उमड़ पड़ी। गांव में ही बने कब्रिस्तान में तीनों को सुपूर्देखाक किया गया। इसके बाद शाम पांच बजे नेवरी के रहने वाले शोएब को कब्रिस्तान में सुपूर्देखाक किया गया। शोएब के भी दो बच्चे हैं।
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