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वॉक इन एवियरी 3200 स्क्वायर फीट में फैला है। इस प्रोजेक्ट पर 3 करोड़ 49 लाख रुपए खर्च हुए हैं।
मध्यप्रदेश के वाइट टाइगर सफारी मुकुंदपुर को अब सफेद शेरों के साथ वॉक इन एवियरी के लिए भी जाना जाएगा मतलब ऐसी बड़ी जगह, जहां आपको विदेशी चिड़ियों के दीदार हो सकेंगे।
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यह मध्यप्रदेश का पहला और देश का दूसरा वॉक इन एवियरी है। इसकी शुरुआत 7 सितंबर को हुई। एमपी के अलावा देश में गुजरात के केवड़िया में वॉक इन एवियरी है।
मुकुंदपुर में ऑस्ट्रेलिया, अमेरिका, एशिया, यूरोप की 19 प्रजातियों के 650 पक्षियों को बसाया गया है। एक प्रजाति का पक्षी तो ऐसा है, जिसका दिमाग 3 साल के बच्चे के बराबर सीखने-समझने जैसा होता है। इस प्रोजेक्ट पर 3 करोड़ 49 लाख रुपए खर्च हुए हैं। इस प्रोजेक्ट के लिए विंध्य को ही क्यों चुना गया, विदेशी पक्षी यहां कैसे सर्वाइव करेंगे, इससे पहले यहां बसाई गई पक्षियों की 19 प्रजातियों के बारे में जान लीजिए…
विदेशी पक्षी यहां कैसे सर्वाइव करेंगे
इसके जवाब में मुकुंदपुर वाइट टाइगर सफारी के डॉ. राजेश तोमर कहते हैं, ‘वॉक इन एवियरी 3200 स्क्वायर फीट में फैला है। पक्षियों को उनका प्राकृतिक वातावरण देने के लिए इंतजाम किए गए हैं। पानी में रहने वाले पक्षियों के लिए वाटर बॉडी बनाई गई हैं। जमीन पर रहने वाले पक्षियों के लिए शेड्स बनाए गए हैं। जो पक्षी पेड़ों पर रहते हैं, उनके लिए पेड़ों के साथ बॉक्स लगाए गए हैं।’
प्रोजेक्ट के लिए विंध्य ही क्यों चुना गया
सतना डीएफओ विपिन पटेल के मुताबिक, ‘मुकुंदपुर को इसलिए चुना गया क्योंकि यहां पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं। यहां बड़ी संख्या में दूसरे राज्यों से भी पर्यटक पहुंचते हैं। विंध्य क्षेत्र में पर्यटन को बढ़ावा देना भी इसका खास मकसद है। मुकुंदपुर में वॉक इन एवियरी की प्लानिंग पिछले 2 साल से चल रही थी।’
वाइट टाइगर सफारी का इतिहास
महाराजा मार्तंड सिंह जूदेव वाइट टाइगर सफारी और चिड़ियाघर को ही मुकुंदपुर वाइट टाइगर सफारी के नाम से भी जाना जाता है। ये रीवा संभाग के सतना जिले के मुकुंदपुर में है। यहां जीव-जंतुओं की 40 दुर्लभ प्रजातियां हैं। 60 से ज्यादा दूसरी प्रजातियों के भी जानवर हैं। जून 2015 में इसकी स्थापना की गई थी। अप्रैल 2016 में इसे जनता के लिए खोला गया था।
यहां कैसे पहुंचें, कितनी फीस लगेगी
रीवा शहर से मुकुंदपुर की दूरी सिर्फ 15 किलोमीटर है। रीवा से तमरा गांव होकर सड़क मार्ग से मुकुंदपुर पहुंचा जा सकता है। चोरहटा और निपनिया मार्ग से भी मुकुंदपुर के लिए सड़क है। रीवा के लिए ट्रेन, एयर और रोड कनेक्टिविटी अच्छी है। दिल्ली-भोपाल से रीवा के लिए कई ट्रेन हैं। जबलपुर और भोपाल से रीवा के लिए सिक्स सीटर प्लेन भी है। सड़क मार्ग से भी यहां पहुंचा जा सकता है।
वाइट टाइगर सफारी में घूमने के लिए 20 रुपए/प्रति व्यक्ति एंट्री फीस है। आप यहां बैटरी वाली गाड़ी से भी सफारी का आनंद ले सकते हैं। इसके लिए 50 रुपए प्रति व्यक्ति देने होते हैं।
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