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वीरांगना यश्विनी ढाका बनीं सेना में लेफ्टिनेंट।
अपने शहीद पति की पार्थिव देह के सामने लिया गया संकल्प एक वीरांगना ने पूरा कर दिया। वीरांगना यश्विनी ढाका ने सेना में लेफ्टिनेंट का मिशन प्राप्त किया है। सास, ससुर व ननद ने
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यश्विनी को बैज लगाया। शहीद के गांव घरड़ना खुर्द मे बने शहीद स्मारक पर ग्रामीणों ने स्क्वॉड्रन लीडर कुलदीप सिंह राव के स्मारक पर पुष्प अर्पित कर याद किया।
तमिलनाडु के कुन्नूर में 8 दिसंबर 2021 को हेलिकॉप्टर क्रैश में सीडीएस बिपिन रावत के साथ शहीद हुए घरड़ाना खुर्द निवासी स्क्वॉड्रन लीडर कुलदीप सिंह राव की वीरांगना यश्विनी ढाका सेना में लेफ्टिनेंट बनी हैं। वीरांगना यश्विनी ने शहीद पति को दिया वचन निभाया है।
यश्विनी ने शहीद पति की पार्थिव देह के सामने सेना में भर्ती होकर देश सेवा का संकल्प लिया था। शहीद पति को वचन दिया था। जिसे वीरांगना यश्विनी ढाका ने लेफ्टिनेंट बनकर पूरा किया।
उन्होंने एसएसबी (सर्विस सलेक्शन बोर्ड) की 5 दिवसीय परीक्षा और मेडिकल परीक्षा पास की। इसके बाद चेनई स्थित ऑफिसर ट्रेनिंग अकादमी में 11 महीने का प्रशिक्षण पूरा कर सेना में लेफ्टिनेंट बनी हैं।
सास, ससुर व ननद ने लगाया बैज
शहीद के पिता सेवानिवृत्त सूवेदार रणधीर सिंह, माता कमला देवी और बहन कमांडेंट अभिता राव ने यश्विनी के कंधों पर बैज लगाए।
घरड़ाना खुर्द के संदीप राव ने कहा कि यश्विनी ढाका का भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट बनना उन सभी महिलाओं के लिए प्रेरणादायक हैं। जो देश सेवा के क्षेत्र में अपने कदम बढ़ाने का सपना देखती हैं।
गांव में गर्व और भावुकता का माहौल
यश्विनी की इस उपलब्धि पर शहीद कुलदीप सिंह राव के परिवार व गांव में गर्व और भावुकता का माहौल है। ग्रामीणों ने स्क्वॉड्रन लीडर कुलदीप सिंह राव के स्मारक पर पुष्प अर्पित कर याद किया। इस मौके पर कैप्तान दुलीचंद राव,संदीप राव, पूर्व सरंपच महेंद्र, विद्याधर, हरपाल मास्टर, रामनिवास, राजेंद्र पूनियां, संदीप, राजेंद्र, रणवीर बेगुका, रामनिवास, राजकपूर, देशराम पूनिया, चंद्रभान दोचानिया, रणधीर, बीरबल, अनूप सिंह, महेश, रामकुमार मौजूद थे।
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