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Pakistan News: इमरान खान की रिहाई को लेकर पाकिस्तान में मचे घमासान के बीच खैबर पख्तूनख्वा के मुख्यमंत्री अली अमीन गंडापुर के गायब होने की खबर सामने आई है. पीटीआई नेताओं के जोरदार प्रदर्शन के बाद पाकिस्तान की शहबाज सरकार पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं की गिरफ्तारी कर रही है. इस बीच पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ ने आरोप लगाया है कि केपी के मुखिया अली अमीन गंडापुर गायब हो गए हैं, उनका कहीं कोई पता नहीं चल रहा है. दो दिन पहले गंडापुर ने शहबाज सरकार को धमकी दी थी कि यदि दो सप्ताह के भीतर इमरान खान को कानूनी तरीके से रिहा नहीं किया गया वो खुद ही रिहा कर देंगे.
पाकिस्तान के चैनल दुनिया न्यूज के मुताबिक, खैबर पख्तूनख्वा सरकार के प्रवक्ता बैरिस्टर सैफ ने कहा सीएम गंडापुर और उनके कर्मचारियों के फोन तीन घंटों से बंद है. मुख्यमंत्री से सोमवार को दिन में आखिरी बार करीब 3 बजे संपर्क हुआ था. इससे पहले पाकिस्तान की पुलिस ने इमरान खान की पार्टी के अध्यक्ष बैरिस्टर गौहर अली खान को संसद भवन के बाहर से गिरफ्तार कर लिया था. इसके साथ ही पीटीआई के तेततर्रार नेता शेर अफजल मारवात को भी संसद भवन के बाहर से उठा लिया गया. इस दौरान मारवात के सुरक्षा कर्मियों और पुलिस के बीच हाथापाई भी हुई.
पाकिस्तान का संसद भवन रेड जोन घोषित
पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ के नेता शोएब शाहीन को भी उनके कार्यालय से इस्लामाबाद पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. सूत्रों के हवाले से खबर है कि पीटीआई के कई नेता संसद भवन के अंदर ही मौजूद हैं, क्योंकि भवन के बाहर भारी संख्या में पुलिस फोर्स तैनात है. पूरे इलाके को रेड जोन घोषित करके सील कर दिया गया है. वहीं संसद भवन के अंदर बैठे पीटीआई नेताओं को डर है कि बाहर निकलने पर उनकी गिरफ्तारी हो सकती है. दूसरी तरफ इस्लामाबाद में भारी संख्या में पीटीआई के कार्यकर्ता जमा हो गए हैं, सरकार को इस बात का डर सता रहा है कि इनकी वजह से कहीं पाकिस्तान में अशांति न फैलने पाए.
गंडापुर ने इस्लामाबाद की रैली में क्या कहा था?
दरअसल, रविवार को इमरान खान की रिहाई की मांग को लेकर पीटीआई के नेताओं ने इस्लामाबाद में एक बड़ी रैली का आयोजन किए थे. पीटीआई की इस रैली में हजारों कार्यकर्ता शामिल हुए, जिससे पाकिस्तान की सरकार डगमगाती नजर आई. इन्होंने इस दौरान संकल्प लिया की कुछ भी हो जाए वे 400 दिनों से जेल में बंद इमरान खान को रिहा कराकर ही मानेंगे. रैली में केपी के मुख्यमंत्री अली अमीन गंडापुर ने एलान किया था कि सरकार यदि एक-दो सप्ताह में इमरान को रिहा नहीं करती है तो वे खुद रिहा कर देंगे. गंडापुर ने कहा था कि इस अभियान में पहली गोली वो खाने के लिए तैयार हैं.
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