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मध्य प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की वरिष्ठ नेता उमा भारती ने ‘अभय मुद्रा’ पर राहुल गांधी को जवाब दिया है। उमा भारती ने राहुल गांधी को नसीहत देते हुए कहा कि वह देवी-देवताओं का दूसरा हाथ भी देख लें जिसमें त्रिशूल, तलवार या धनुष बाण है। उन्होंने कहा कि इसका संदेश है कि ठीक से चले तो अभय नहीं तो शस्त्र का प्रयोग। पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि राहुल गांधी को ईश्वर के दूसरे हाथ की भी चर्चा करनी चाहिए।
भारती ने एक्स पर लिखा, ‘राहुल गांधी जी ने पहले संसद में और अब अमेरिका में हमारे देवी देवताओं की अभय मुद्रा की चर्चा की। दूसरे हाथ को भी हम देखें जिसमें त्रिशूल, तलवार या धनुष बाण है। एक हाथ की अभय मुद्रा और एक हाथ का शस्त्र क्या कहता है? ठीक से चलो तो अभय और मर्यादाएं लांघीं तो शस्त्र का प्रयोग। राहुल गांधी जी थोड़ा दूसरे हाथ की भी चर्चा करें।’ उन्होंने ट्वीट में राहुल गांधी को भी टैग किया है।
राहुल गांधी ने अमेरिका के डलास में भारतीय प्रवासियों के एक कार्यक्रम में आरएसएस और भाजपा पर जमकर निशाना साधा। इस दौरान उन्होंने एक बार फिर ‘अभय मुद्रा’ का जिक्र किया। उन्होंने कहा, ‘संसद में मेरे पहले भाषण में, जब मैंने ‘अभय मुद्रा’ का वर्णन किया तो आपने देखा होगा कि यह निर्भयता का प्रतीक है और यह हर एक भारतीय धर्म में मौजूद है। जब मैं यह कह रहा था, तो भाजपा इसे स्वीकार नहीं कर सकी। वे नहीं समझते हैं, और हम उन्हें समझाने जा रहे हैं।’
इससे पहले एक जुलाई को राहुल गांधी ने संसद में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर बहस के दौरान अभय मुद्रा का जिक्र किया था। नेता प्रतिपक्ष ने सदन में भगवान शिव की तस्वीर दिखाई और कहा कि शंकर भगवान से सच, साहस और अहिंसा की प्रेरणा मिलती है। उनका कहना था, ‘भगवान शिव कहते हैं कि डरो मत, डराओ मत।’ उन्होंने भगवान शिव की ‘अभय मुद्रा’ का उल्लेख करते हुए कहा कि इस्लाम, सिख, ईसाई, बौद्ध और जैन, सभी धर्मों में यह मुद्रा नजर आती है।
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