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पहलवान विनेश फोगाट के राजनीति में उतरने के फैसले पर उनके ताऊ महावीर फोगाट ने नाराजगी जताई है। उन्होंने कहा, ‘मैं चाहता था कि विनेश 2028 के ओलंपिक गेम्स में गोल्ड मेडल जीतने पर फोकस करें। उन्हें अपने ओलंपिक टारगेट को हासिल करने पर ध्यान देना चाहिए था।’ इंडिया टुडे टीवी को दिए इंटरव्यू में महावीर ने कहा कि मैं चाहता था कि विनेश एक और ओलंपिक में खेलें। वह स्वर्ण पदक जीतें। इसलिए मैं उनके राजनीति में आने फैसले के खिलाफ हूं। मालूम हो कि विनेश फोगाट और बजरंग पुनिया कुछ दिनों पहले ही कांग्रेस में शामिल हुए हैं। विनेश तो जुलाना विधानसभा सीट से कांग्रेस के टिकट में चुनाव भी लड़ रही हैं।
रिपोर्ट के मुताबिक, महावीर फोगाट ने कहा कि जब कोई खिलाड़ी राजनीति में आता है तो सारी उम्मीदें खत्म हो जाती हैं। उन्होंने कहा, ‘बच्चे अपने फैसले खुद ले रहे हैं। यह उन्हीं पर निर्भर करता है। मेरा कर्तव्य तो पालन-पोषण करके उन्हें बड़ा करना था। मुझे लगता है कि इस उम्र में विनेश एक और ओलंपिक में भाग ले सकती थी। मैं चाहता था कि वह स्वर्ण पदक जीते।’ ध्यान रहे कि महावीर फोगाट की बेटी बबीता फोगाट साल 2019 में बीजेपी में शामिल हुई थीं। उन्हें पार्टी ने चरखी दादरी विधानसभा सीट से उम्मीदवार बनाया। मगर, वह हार गई थीं।
जुलाना में विनेश फोगाट का ससुराल
विनेश फोगाट ओलंपिक फाइनल में पहुंचने वाली पहली भारतीय महिला पहलवान हैं। हालांकि, उन्हें 50 किलोग्राम भार वर्ग में लगभग 100 ग्राम वजन अधिक पाए जाने के बाद अयोग्य घोषित कर दिया गया था। बाद में उन्होंने खेल से संन्यास की घोषणा की। विनेश चरखी दादरी जिले के बलाली से हैं, जबकि उनकी ससुराल जुलाना में है। जुलाना में बख्ता खेड़ा गांव उनके पति सोमवीर राठी का पैतृक गांव है। बख्ता खेड़ा गांव में सभा को संबोधित करते हुए विनेश ने कहा, ‘जींद की धरती ऐतिहासिक है, यहां के लोग बहुत बहादुर हैं। इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि मैं चुनाव जीतती हूं या हारती हूं। यहां हमारा घर है और मैं यहीं रहूंगी।’
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