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रात के करीब सवा 12 बजे थे। जबलपुर जिला अस्पताल के डॉक्टर अपने घर जा चुके थे। मरीज अपने वार्डों में आराम कर रहे थे। कुछ मरीज आईसीयू में भी भर्ती थे। इस दौरान अचानक ही एक दर्जन से अधिक कांग्रेस कार्यकर्ता जिला अस्पताल के आईसीयू वार्ड में पहुंच गए। उन्ह
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जबलपुर के जिला अस्पताल का आईसीयू वार्ड में लगे एसी करीब तीन माह से खराब पड़े हुए हैं। जैसे-तैसे दो एसी को आईसीयू वार्ड में लगाया पर वह भी काम नहीं कर रहें थे। मरीजों के परिजनों को अपने खुद के पंख लाकर रखना पड़ रहा है।
मरीज के परिजन आशी ने बताया कि उनकी दादी का दूसरा ऑपरेशन है, इसे पहले फरवरी माह में भी इलाज के लिए आए थे उसे दौरान भी एसी बंद पड़े हुए थे, और आज भी वही स्थिति है। जो मरीज के परिजन सक्षम है उन्होंने अपनी व्यवस्था खुद की और पंखे लाकर रख दिए, लेकिन बहुत से ऐसे मरीज है जिनके पास पैसे नहीं है लिहाजा वह लोग बिना पंख के ही आईसीयू वार्ड में इलाज करवा रहे हैं। मरीज के परिजनों का कहना है कि यह सिर्फ नाम बस का आईसीयू वार्ड है। जिला अस्पताल के इस वार्ड के एसी कई माह से खराब पड़े हुए हैं और जब स्वास्थ्य विभाग ध्यान ना दे तो समझा जा सकता है कि सरकारी अस्पतालों की हालत क्या बने हुए हैं।
कार्यकर्ताओं के साथ रात सवा 12 बजे जिला अस्पताल पहुंचे कांग्रेस के नगर अध्यक्ष सौरभ शर्मा का कहना है कि जिला अस्पताल का आईसीयू वार्ड जनरल वार्ड से भी बदतर स्थिति में पहुंच गया है। आईसीयू वार्ड उसे कहते हैं जहां पर की अति गंभीर मरीज भर्ती होते हैं, लेकिन यहां पर स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही के चलते मरीज परेशान होने को मजबूर है। एक तरफ डॉक्टर इलाज कर रहे हैं तो वहीं दूसरी और गर्मी के कारण मरीज परेशान हो रहे हैं। कांग्रेस नगर अध्यक्ष सौरभ शर्मा ने बताया कि हम लोग जब आईसीयू वार्ड के अंदर गए तो वहां 5 मिनट भी नहीं रुक पाए।
कार्यकर्ताओं के साथ जिला अस्पताल पहुंचे कांग्रेस नगर अध्यक्ष सौरभ शर्मा ने जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग से मांग की है कि तुरंत ही आईसीयू वार्ड में भर्ती मरीजों को मेडिकल कॉलेज या फिर निजी अस्पतालों में भर्ती किया जाए, क्योंकि जिस तरह से आईसीयू वार्ड में गर्मी और उमस फैली हुई है उस मरीज ठीक ना होकर और बीमार पड़ रहे हैं।
जिला अस्पताल के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉक्टर संजय मिश्रा ने भी कबूल किया कि सर्जिकल वार्ड के आईसीयू में लगे एसी खराब पड़े हुए हैं। उन्होंने बताया कि मरीजों की परेशानी को देखते हुए दो एसी जरूर लगाए गए थे लेकिन हॉल बड़ा होने के कारण निश्चित रूप से ठंडा नहीं हो पा रहा है जिसके कारण मरीज परेशान हो रहे हैं। रात में ही कलेक्टर से बात की गई, उन्होंने फाइल तलब की है, और जैसे ही उनके द्वारा अप्रूव दिया जाता है वैसे ही एसी लगवा दिए जाएंगे। फिलहाल स्टोर रूम से कूलर निकलवा कर अभी लगवाए जा रहे हैं।
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