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भूपेंद्र पंवार | सिरसा चौधरी देवीलाल यूनिवर्सिटी के प्राध्यापक ने अनोखी मुहिम शुरू की है। पर्यावरण की स्थिति सुधारने के लिए प्राध्यापक ने अब जागरुकता अभियान शुरू किया है। इसके तहत प्राध्यापक विद्यार्थियों और अन्य लोगों को ज्यादा से ज्यादा पौधारोपण के
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जिससे दूसरों को भी प्रेरित किया जा सके। इसका असर भी नजर आने लगा है और विद्यार्थी प्रेरित होने लगे हैं। सीडीएलयू स्थित कंप्यूटर साइंस विभाग के चेयरमैन प्रो. हरीश रोहिल पौधारोपण के प्रति गंभीर है। उन्होंने अपने घर में विशेष नर्सरी स्थापित की है। इस नर्सरी में विभिन्न प्रकार के पौधे तैयार करते हैं। बताया जा रहा है कि डॉ. हरीश रोहिल समय-समय पर पौधे रोपित करते हैं और उनका बाकायदा पूरा ख्याल भी रखते हैं। सिंचाई से लेकर पौधों को बीमारियों से बचाने के लिए दवाओं और समय-समय पर खाद भी डालते हैं। पौधे ज्यादा से ज्यादा पनप सके। अभी तक 50 से भी ज्यादा शिक्षण संस्थानों में पौधे रोपित कर चुके हैं। पौधारोपण करते सीडीएलयू के प्रोफेसर हरीश रोहिल। हालांकि प्रो. हरीश रोहिल ने घर में ही नर्सरी स्थापित की हुई है।
इस नर्सरी में पौधों को तैयार करते हैं। इतना ही नहीं, यदि नर्सरी में पौधे पर्याप्त न हो तो बाजार से भी पौधे खरीदकर ले जाते हैं। प्रो. हरीश बताते हैं कि जब भी वे दोबारा उन शिक्षण संस्थानों में जाते हैं तो उस पौधे को अवश्य संभालकर आते हैं जो उनके हाथों से रोपित किया गया था। पौधा कितना बड़ा हो गया है। डॉ. हरीश रोहिल बताते हैं कि पौधे लगाने से वे भावनात्मक रूप से उस शिक्षण संस्था के कैंपस से जुड़ जाते हैं। इसके अलावा इस कार्य से दूसरों को भी प्रेरणा मिलती है। प्रो. हरीश रोहिल दूसरे शिक्षण संस्थानों या शहर से बाहर रिश्तेदारी में आते-जाते रहते हैं। कभी परीक्षा ड्यूटी तो कभी प्रैक्टिकल लेने के लिए दूसरे शिक्षण संस्थानों में आना-जाना रहता है। इतना ही नहीं एक्सटेंशन लेक्चर देने के लिए भी दूसरे शिक्षण संस्थानों से आमंत्रण मिलता रहता है।
ऐसे में प्रो. हरीश रोहिल ने फैसला किया कि वे जब भी किसी शिक्षण संस्थान में जाते हैं तो अपने साथ एक पौधा जरूर ले जाते हैं। केवल उसे भेंट के रूप में ही नहीं, बल्कि उस पौधे को कैंपस में विद्यार्थियों और स्टाफ सदस्यों के साथ मिलकर रोपित भी करते हैं। इससे विद्यार्थियों और स्टाफ सदस्यों में पर्यावरण के प्रति सकारात्मक संदेश जाता है।
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