[ad_1]
शशि थरूर की नई पुस्तक लांच नई दिल्ली, एजेंसी। कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने शुक्रवार को यहां अपनी नवीनतम पुस्तक ‘द वंडरलैंड ऑफ वर्ड्स का विमोचन किया। एलेफ बुक कंपनी द्वारा प्रकाशित इस पुस्तक में थरूर ने 101 निबंधों के माध्यम से ‘अंग्रेजी भाषा के उत्कृष्ट वंडरलैंड को निर्मित करने वाले शब्दों, अवधारणाओं और विशिष्टताओं का अन्वेषण किया है। थरूर ने कहा- ‘मुझे लिखना ही था, इसलिए संयुक्त राष्ट्र में रहने के दौरान उन्हें ‘लेखन का लाइसेंस लेना पड़ा।
शशि थरूर अपनी शब्दावली के कारण नेटिजेंस और साहित्यकारों के बीच ‘शब्द शिल्पी के रूप में जाने जाते हैं। उन्होंने किशोरावस्था से पहले ही लिखना शुरू कर दिया था। कार्यक्रम में थरूर ने कहा, वे 1978 में जेनेवा में संयुक्त राष्ट्र शरणार्थी उच्चायुक्त (यूएनएचसीआर) में एक कर्मचारी के रूप में शामिल हुए। इसके बाद उन्होंने ‘किसी भी बाहरी गतिविधि के लिए अनुमति मांगने के लिए कार्मिक प्रमुख से संपर्क किया।
‘इसलिए, मैं कार्मिक प्रमुख के पास यह मामला रखने गया कि अगर लोग सप्ताहांत पर क्रिकेट खेल सकते हैं या तितलियां या टिकट इकट्ठा कर सकते हैं, तो मैं क्यों नहीं लिख सकता। मुझे बताया गया कि हां, आपको लिखने की अनुमति दी जा सकती है, बशर्ते आप किसी भी सदस्य राज्य को नाराज न करें। यही एकमात्र शर्त थी। इसलिए, मुझे वह अनुमति मिल गई। उन्होंने बताया कि 10 साल की उम्र में एक भारतीय अंग्रेजी पत्रिका में अपनी पहली कहानी प्रकाशित की।
[ad_2]
Source link