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मंदिर के चढ़ावे के रूप में रुपए-पैसे, गहने-जेवरात या अन्य कीमती चीजों का आना कोई नई बात नहीं है, लेकिन ग्वालियर में आस्था का एक अलग ही स्वरूप देखने को मिला है। यहां एक अलग ही तरह की भेंट देने का मामला सामने आया है। यहां एक महिला भक्त ने अपनी जीवन बीमा पॉलिसी में अपने सगे सम्बन्धियों की जगह अचलनाथ महादेव को अपना नॉमिनी बना दिया। अब उसी भक्त की मौत के बाद उसकी बीमा राशि मंदिर ट्रस्ट को मिलने जा रही है।
मृत महिला की बीमा सलाहकार ने जब उनकी पॉलिसी और नॉमिनेशन दस्तावेज मंदिर में भेजे तो पता चला उनकी बीमा राशि के 7 लाख 42 हजार भगवान के खाते में आ रहे हैं।
यह रोचक मामला ग्वालियर के प्रसिद्ध शिव मंदिर अचलेश्वर महादेव या अचल नाथ मंदिर में देखने को मिला है। बीते दिन एक महिला अचलेश्वर न्यास के दफ्तर पहुंची और कुछ कागजात देते हुए बोली कि भगवान के खाते में एलआईसी पॉलिसी की रकम आनी है। यह बात सुनकर सब चौंक गए।
बीमा सलाहकार सुषमा बंसल ने बताया कि ग्वालियर की पीपल वाली गली थोराट की गोठ लोहिया बाजार की रहने वाली माधुरी सक्सेना ने अपने जीवन काल में 28 मार्च 2017 को भारतीय जीवन बीमा निगम से एक बीमा पॉलिसी (क्रमांक 203810358) ली थी। जिसमें उन्होंने अपना नॉमिनी अचलेश्वर महादेव सार्वजनिक न्यास को बनाया था। कुछ वक्त बाद में दिल्ली जाकर रहने लगीं, जहां 19 मार्च 2022 को उनका देहांत हो गया।
मंदिर पहुंची बीमा सलाहकार सुषमा ने स्वर्गीय माधुरी सक्सेना के बीमा से सम्बन्धित सभी दस्तावेज अचलेश्वर न्यास को सुपुर्द कर दिए। ट्रस्ट से जुड़े लोगों ने बताया कि भक्त की मृत्यु के बाद उनकी पॉलिसी से जुड़े सारे दस्तावेज मिलने के बाद ट्रस्ट ने दावे की कार्यवाही शुरू कर दी है और जल्द ही भक्त की बीमा पॉलिसी की देय 7 लाख 42 हजार रुपए की रकम भगवान के न्यास खाते में आ जाएगी ।
बता दें कि भगवान को नॉमिनी बनाने वाली माधुरी सक्सेना भगवान भोलेनाथ की अनन्य भक्त थीं और यहां रहने के दौरान वह रोज ग्वालियर की मुख्य सड़क पर बीचों-बीच विराजित भगवान अचलेश्वर महादेव के मंदिर में दर्शन व पूजन करने के लिए आती थीं। अचलेश्वर महादेव ग्वालियर-चंबल संभाग ही नहीं बल्कि पूरे प्रदेश भर में प्रसिद्ध है।
रिपोर्ट- अमित कुमार
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