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पार्वती नदी के एनीकट में डूब रहे युवक को बचाते समय जान गंवाने वाले युवक को शहीद का दर्जा देने की मांग को लेकर कलेक्टर को ज्ञापन दिया।
पार्वती नदी के एनीकट में डूब रहे युवक को बचाते हुए युवक भैरों सिंह पोसवाल एडवोकेट की मौत हो गई थी। हादसे के बाद पिछले कुछ दिनों से युवक भैरों सिंह पोसवाल को शहीद का दर्जा दिलाने की मांग उठ रही है। गुर्जर कर्मचारी अधिकारी कल्याण परिषद और शिक्षक संघ एक
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मुख्यमंत्री को भेजे गए मांग पत्र में बताया कि बसेड़ी उपखण्ड के तामोटी गांव निवासी भैरों सिंह पोसवाल की पार्वती नदी में डूबते युवक को बचाते समय मौत हो गई। मांग पत्र में बताया गया है कि मृतक भैरों सिंह तहसील परिसर स्थित कचहरी में काम करने के लिए जा रहा था। इसी दौरान रास्ते में पार्वती नदी के भूतेश्वर स्थित एनीकट में डूब रहे युवक को बचाने के लिए युवक भैरों सिंह खुद नदी में कूद गया। जहां उसने पानी में डूब रहे युवक दिनेश जाटव को बचा लिया, लेकिन हादसे में खुद की जान चली गई।
युवक की मौत हो जाने के बाद से ही कई संगठन उसे शाहिद का दर्जा दिलाने की मांग कर रहे हैं। इस कड़ी में मुख्यमंत्री को भेजे गए पत्र में विभिन्न संगठनों ने मृतक के परिजनों को मुआवजा दिलाने और परिवार में एक सदस्य को सरकारी नौकरी के अलावा अपनी जान देकर दूसरे को जीवन दान देने वाले भैरों सिंह को शहीद का दर्जा दिलाने की मांग की है।
कलेक्टर को दिए गए पत्र में संगठन के पदाधिकारियों ने बताया कि राज्य सरकार द्वारा साहसिक कार्य करने वाले व्यक्तियों को समय-समय पर सरकारी नौकरी और मुआवजा दिया जाता है। मृतक भैंरों सिंह के द्वारा किए गए साहसिक कार्य को भी उसी श्रेणी में रख कर मानवीय आधार पर परिजनों में से किसी एक को सरकारी नौकरी दी जाए और मुआवजे के तौर पर एक करोड़ रुपए भी दिए जाएं, जिससे युवाओं एवं जागरूक नागरिकों के लिए मृतक भैरों सिंह प्रेरणा का आधार बन सके।
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