राजेश तिवारी/अजित सिंह (संवाददाता)
ओबरा / सोनभद्र -हॉकी के जादूगर मेजर ध्यानचंद जी की जयंती एवं राष्ट्रीय खेल दिवस के अवसर पर अंबेडकर स्टेडियम ओबरा के बैडमिंटन कोर्ट में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ओबरा नगर इकाई के नगर मंत्री ऋषभ राज के नेतृत्व मे एक दिवसीय बैडमिंटन प्रतियोगिता का आयोजन किया गया जिसमे कई प्रतिभाशाली खिलाड़ियों ने हिस्सा लिया और वहीं विजेता खिलाडियों को पुरस्कृत किया गया जिसमे लुक्की ने प्रथम स्थान , विशाल ने द्वितीय स्थान , कार्तिकेय केशरी ने तृतीय स्थान प्राप्त किया । सभी विजेता खिलाडियों को पदक और शील्ड देकर सम्मानित किया गया और उन सभी खिलाडियों के उत्साहवर्धन के लिए मोमेंटो दे कर सम्मानित किया। इसी क्रम में पूर्व तहसील संयोजक शिखर सोनी ने खिलाडियों को मेजर ध्यानचंद्र के बारे मे बताया कि मेजर ध्यानचंद की विरासत हॉकी के मैदान पर उनकी असाधारण उपलब्धियों से कहीं आगे है। वैश्विक मंच पर भारतीय खेलों को पुनः परिभाषित किया व अंतरराष्ट्रीय प्रतिस्पर्धा के युग में हॉकी में देश का प्रभुत्व स्थापित किया। भारतीय खेलों में उनके योगदान को न केवल उनकी जीत के लिए याद किया जाता है, बल्कि एथलीटों की भावी पीढ़ियों को उनके द्वारा दी गई प्रेरणा के लिए भी याद किया जाता है वहीं पूर्व प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य अनमोल सेठ ने बताया कि मेजर ध्यानचंद के खेल के प्रति अद्वितीय कौशल और समर्पण ने हॉकी की दुनिया पर एक अमिट छाप छोड़ी। वर्ष 1926 से 1948 तक अपने खेल करियर के दौरान मेजर ध्यानचंद ने 1,000 से ज़्यादा गोल किए और भारत को 1928, 1932 और 1936 में लगातार तीन ओलंपिक स्वर्ण पदक हासिल हुआ। इस दौरान मुख्य रूप से अनिकेत सिंह, नील प्रताप सिंह, अंशित पाठक, अभय चौहान , रक्षित राज आदि कार्यकर्ता मौजूद रहे।