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रांची से गिरफ्तार अलकायदा इंडियन सबकॉन्टिनेंट (एआईक्यूएस) के कथित सरगना डॉक्टर इश्तियाक ने अपना नेटवर्क गांव तक फैला रखा था। वह भोले भाले ग्रामीण युवाओं को फंसाने के लिए चान्हो में मेडिकाना नाम से नर्सिंग होम भी चलाता था। दिल्ली स्पेशल सेल की पूछताछ में पता चला है कि इश्तियाक ने चटवल में एक मदरसा भी खोला था। नर्सिंग होम आने वाले युवाओं को पहले धर्म का पाठ पढ़ाता था। उसके बाद उन्हें चटवल मदरसा बुलाता था।
मॉड्यूल में शामिल होने पर अलग-अलग टास्क
आतंकी मॉड्यूल अलकायदा इंडियन सबकॉन्टिनेंट (एक्यूआईएस) से करीब 25 संदिग्ध जुड़े हुए थे। इनमें से 15 संदिग्ध मॉड्यूल का पूरी तरह से हिस्सा बन चुके थे और उन्हें अलग-अलग टास्क भी दिए जा चुके थे। मॉड्यूल के सरगना रेडियोलॉजिस्ट डॉ. इश्तियाक से हुई पूछताछ में यह खुलासा हुआ है।
सौंपा था ब्रेनवॉश का जिम्मा
अधिकारियों ने बताया, डॉ. इश्तियाक और संदिग्धों को आमने-सामने बिठाकर पूछताछ की गई। इस दौरान सरगना ने बताया कि उसने अपने करीबी एक मदरसा संचालक को नौजवानों के ब्रेनवॉश करने की जिम्मेदारी सौंपी थी। इसके तहत हर कुछ दिन के अंतराल पर ये संदिग्ध किसी न किसी को अपने मॉड्यूल से जोड़ते थे और जिहाद के लिए तैयार करते थे। इसमें से जो पूरी तरह से तैयार हो जाता था, उसे ही हथियार चलाने की ट्रेनिंग दी जाती थी। दिल्ली पुलिस की विशेष शाखा ने एक्यूआईएस मॉड्यूल का बीते गुरुवार को खुलासा किया था।
बरगलाने के लिए दिखाता था वीडियो
अधिकारियों के मुताबिक, ज्यादातर संदिग्धों को सोशल मीडिया के जरिए ब्रेनवॉश करने वाले वीडियो, ऑडियो व प्रिंटेड सामग्री मुहैया कराई जाती थी। मॉड्यूल से जवानों को जोड़ने के लिए जिहादी मानसिकता पर आधारित वीडियो भेजे जाते थे। उन्हें वीडियो देखने के बाद बुलाया जाता था और फिर उनका ब्रेनवॉश किया जाता था।
पीसीपीएनडीटी एक्ट के तहत एक डॉक्टर का अल्ट्रासाउंड के लिए एक ही जिले में रजिस्ट्रेशन हो सकता है, लेकिन इश्तियाक के मामले में स्वास्थ्य विभाग ने नियम का उल्लंघन किया है। इश्तियाक रांची के एक निजी अस्पताल के अलावा चान्हो के मेडिकाना नर्सिंग होम में भी बतौर रेडियोलॉजिस्ट रजिस्टर्ड था।
वहीं, रांची के अलावा हजारीबाग में भी आईडियल पैथोलॉजी में डॉ इश्तियाक को बतौर रेडियोलॉजिस्ट रजिस्टर्ड किया गया था। यही वजह है कि जैसे ही आतंकी गतिविधियों में संलिप्तता को लेकर डॉ इश्तियाक की गिरफ्तारी हुई, जिला स्वास्थ्य महकमा द्वारा सिविल सर्जन कार्यालय के दस्तावेज से रेडियोलॉजिस्ट के रूप में डॉ इश्तियाक का नाम हटाकर दूसरे डॉक्टर का नाम शामिल करने का प्रयास कर रहे थे। सिविल सर्जन को जैसे ही इसकी सूचना मिली उन्होंने मजिस्ट्रेट तैनात कर अल्ट्रासाउंड का सील कर दिया।
मेडिकाना का लाइसेंस रद्द
आतंकी गतिविधियों में शामिल होने की जानकारी मिलने के बाद रांची, सिविल सर्जन ने मेडिकाना नर्सिंग होम का निबंधन रद्द कर दिया है। वहीं, हजारीबाग के आईडियल पैथोलॉजी में बतौर रेडियोलॉजिस्ट डॉ इश्तियाक का नाम रजिस्टर्ड होने के कारण हजारीबाग के सिविल सर्जन ने यहां के अल्ट्रासाउंड को भी सील कर दिया है।
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