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Maldives President Mohamed Muizzu : बांग्लादेश के बाद भारत के एक और पड़ोसी देश मालदीव में तख्तापलट होने वाला था. सरकार ने किसी तरह स्थिति को संभाला और अब जांच के आदेश दिए गए हैं. दरअसल, चीन चीन चिल्लाने वाले मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू के देश में खराब नीतियों की वजह से विदेशी मुद्रा भंडार इतना गिर गया है कि सरकारी बैंक को विदेशी लेनदेन रोकना पड़ा. बैंक ऑफ मालदीव ने डेबिट और क्रेडिट कार्ड के लिए विदेश लेनदेन निलंबित कर दिया. सरकार को इसका पता चला तो कुछ ही घंटों में फैसले को वापस लिया गया. अब मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू इसे वित्तीय तख्तापलट का प्रयास बता रहे हैं. इसके लिए उन्होंने विपक्ष को जिम्मेदार ठहराया है. मोहम्मद मुइज्जू ने कहा कि जो लोग सरकार गिराने की साजिश रच रहे हैं, उन्हें कटघरे में लाया जाएगा. अधाधु की रिपोर्ट के अनुसार, सोमवार रात पीपल्स नेशनल कांग्रेस की मीटिंग में मुइज्जू ने कहा कि बैंक का यह फैसला उनकी सलाह के खिलाफ था. उन्होंने बैंक के फैसले के लिए विपक्ष पर तख्तापलट के प्रयास का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि विपक्ष सरकार को अवैध रूप से बदलने का प्रयास कर रहे हैं.
सरकार के पास बैंक में नहीं है बहुमत
राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू के आदेश के बाद इस घटना को लेकर पुलिस ने भी जांच शुरू की है. उन्होंने कहा कि सरकार जांच पर कोई प्रभाव नहीं डालेगी. जांच के बाद फैसला सुनाया जाएगा. सरकार के नियंत्रण वाले बैंक ने ऐसा फैसला क्यों किया के सवाल पर मोहम्मद मुइज्जू ने कहा कि बीएमएल के निदेशक बोर्ड में सरकार का बहुमत नहीं है. अभी केवल 4 सरकारी निदेशक हैं, शेष 5 निदेशक सरकार से जुड़े नहीं हैं, इसलिए हमारे पास बहुमत नहीं है.
द सन न्यूज की रिपोर्ट के मुताबिक, इस घटना के बाद मुख्य विपक्षी मालदीवियन डेमोक्रेटिक पार्टी का बयान भी आया है. पार्टी के अध्यक्ष फैयाज इस्माइल ने कहा कि जो हुआ वह सरकार के अंदर तख्तापलट की कोशिश को दिखा रहा है. मुइज्जू के दावों को लेकर फैयाज ने हास्यास्पद बताया. उन्होंने कहा कि हम प्रशासन के अंदर ही खामियां देख रहे हैं. इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि हम आने वाले दिनों में तख्तापलट होते देख रहे हैं.
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