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नई दिल्ली, एजेंसी। विभिन्न क्षेत्रों के नियामकों की एक संयुक्त समिति ने मंगलवार को दूरसंचार नियामक ट्राई की तरफ से बुलाई गई बैठक में प्रचार के लिए वॉयस, रोबो और प्री-रिकॉर्डेड कॉल करने वाले स्पैम कॉलर पर तत्काल कार्रवाई करने के बारे में चर्चा की। एक आधिकारिक बयान के मुताबिक, नियामकों की संयुक्त समिति (जेसीओआर) की बैठक में भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई), भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी), भारतीय बीमा नियामक एवं विकास प्राधिकरण (इरडा), पेंशन कोष नियामक एवं विकास प्राधिकरण (पीएफआरडीए), उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय और इलेक्ट्रॉनिक्स एवं आईटी मंत्रालय शामिल हुए। इनके अलावा दूरसंचार विभाग और गृह मंत्रालय के प्रतिनिधियों ने भी विशेष अतिथि के रूप में बैठक में शिरकत की।
विनियामकों ने क्लाउड-आधारित टेलीफोन और फिक्स्ड-लाइन कनेक्शन-आधारित निजी एक्सचेंजों का इस्तेमाल कर वाणिज्यिक वॉयस कॉल करने वाली इकाइयों के बारे में चर्चा की। ये इकाइयां बड़े पैमाने पर ट्राई के नियमों का उल्लंघन करती हैं।
बयान के मुताबिक, इन इकाइयों को प्रचारात्मक कॉल करने के लिए निर्दिष्ट 140 शृंखला वाले नंबरों में स्थानांतरित किया जाना चाहिए। साथ ही, अनचाही कॉल करने वालों पर बिना किसी देरी के सख्त कार्रवाई करने की जरूरत है। ये प्रचारात्मक वॉयस कॉल, रोबोकॉल, प्री-रिकॉर्डेड कॉल करने के लिए थोक कनेक्शन का इस्तेमाल कर रहे हैं। भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) ने सभी दूरसंचार कंपनियों को बेहतर निगरानी और नियंत्रण के लिए 30 सितंबर तक 140 शृंखला से शुरू होने वाली टेलीमार्केटिंग कॉल को ऑनलाइन ब्लॉकचेन-आधारित मंच पर डालने का आदेश दिया है।
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