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नोएडा सेक्टर-126 थाने की पुलिस ने सड़क पर वाहनों की जांच के दौरान उत्तर प्रदेश पुलिस का फर्जी हेड कॉन्स्टेबल बनकर एक्सपायर डेट की कार चला रहे व्यक्ति को दबोच लिया। गिरफ्त में आया आरोपी एक कंपनी में सेल्स का काम करता है और मूलरूप से मथुरा का रहने वाला है। आरोपी के खिलाफ सोमवार को केस दर्ज कर लिया गया।
पुलिस के मुताबिक, रविवार रात को सब-इंस्पेक्टर आलोक कुमार गश्त पर थे। इसी दौरान उन्हें जेपी कट के पास सर्विस रोड पर एक कार आती दिखाई दी। संदिग्ध प्रतीत होने पर पुलिसकर्मी ने कार को रुकने का इशारा किया। जब कार चालक से पूछताछ शुरू हुई तो उसने खुद को उत्तर प्रदेश पुलिस में हेड कॉन्स्टेबल बताया और अपना नाम गोपाल कृष्ण चतुर्वेदी बताया।
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ऐप पर चेक किया गया तो पता चला कि परिवहन के नियमों का अनुरूप कार एक्सपायर हो चुकी है। वह एनसीआर में नहीं चल सकती है। कड़ाई से पूछताछ करने पर आरोपी ने बताया कि उसने एक्सपायर कार को चलाने के लिए हेड कॉन्स्टेबल का फर्जी आई कार्ड बना रखा है। अगर पुलिस कहीं पकड़ती थी तो अपना आईकार्ड दिखाकर वह बच जाता था। जब उत्तर प्रदेश पुलिस की वेबसाइट पर चेक किया गया तो उस पर हेड कॉन्स्टेबल गोपाल कृष्ण चतुर्वेदी का नाम प्रदर्शित हुआ तथा हेड कॉन्स्टेबल की फोटो भी दिखाई दी।
आरोपी ने जो आईकार्ड दिखाया था उस पर फोटो और अन्य डिटेल अलग थीं। आरोपी गोपाल कृष्ण के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया गया है। पूछताछ के दौरान पता चला कि आरोपी ने दिल्ली में फर्जी आइकार्ड बनवाया है। जिसने उसका कार्ड बनाया, पुलिस अब उसके बारे में जानकारी जुटा रही है।
नोएडा आए नहीं और चालान कट गया
वहीं, एक अन्य मामले में उत्तर प्रदेश के रामपुर जिले के रहने वाले कार मालिक का नोएडा में बिना हेलमेट सफर करने पर चालान कर दिया गया। गाड़ी मालिक का दावा है कि वह कभी नोएडा आया ही नहीं। पीड़ित ने मामले की शिकायत यातायात पुलिस से की है।
रामपुर के रहने वाले तुषार सक्सेना ने पुलिस से शिकायत की कि उनके पास पिछले कुछ समय पहले एक मैसेज आया कि नौ नवंबर 2023 नोएडा में आपकी गाड़ी का हेलमेट नहीं पहनने पर एक हजार रुपये का चालान कटा है। उन्होंने इस मैसेज को नजरअंदाज कर दिया। अब एक ईमेल आया, जिसमें बताया गया कि बिना हेलमेट चालान कटा है। तुषार ने बताया कि वह कभी नोएडा नहीं गए। यह कार उन्होंने पिछले साल मार्च में गाजियाबाद के एक शख्स से ली थी। वह दोपहिया वाहन से नहीं चलते हैं।
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