[ad_1]
5 साल पुराना केस है। बूंदी के बीबनवा रोड पर रहने वाला अभिषेक शर्मा बूंदी पुलिस लाइन में कॉन्स्टेबल था। अभिषेक ने हाल ही में अपनी कमांडो ट्रेनिंग भी पूरी की थी।
.
साल 2019 के अगस्त महीने के आखिरी सप्ताह में अभिषेक घर आया हुआ था। 28 अगस्त 2019 की शाम अभिषेक दुबारा ड्यूटी जॉइन करने के लिए पुलिस लाइन रवाना हुआ।
उसने घर में सभी को यही कहा कि वो पुलिस लाइन ड्यूटी पर जा रहा है। रात को घर नहीं आएगा। वो अपनी बाइक पर बैठकर घर से निकल गया।
इसके बाद अभिषेक की कहीं से कोई खबर नहीं मिली। इसके बाद शुरू हुई राजस्थान पुलिस के एक कमांडो जवान की अंतहीन तलाश.., इन्वेस्टिगेशन में जो सामने आया वो बेहद ही हैरान कर देने वाला था।
पढ़िए पूरी रिपोर्ट ………..
बूंदी निवासी कॉन्स्टेबल अभिषेक शर्मा 28 अगस्त 2019 की शाम घर से निकला था और दोबारा कभी नहीं लौटा।
अभिषेक शर्मा को गायब हुए पूरे दो दिन बीत चुके थे। उसका कोई अता-पता था। उसका मोबाइल भी बंद आ रहा था।
घर वालों ने पुलिस लाइन में अभिषेक के एक साथी को कॉल लगाया और उससे पूछा। उधर से जो जवाब मिला, उससे सबके होश उड़ गए।
उस रात अभिषेक ड्यूटी करने पुलिस लाइन में पहुंचा ही नहीं था। वो तो पुलिस लाइन से भी गायब चल रहा था। अब घर वाले अभिषेक को लेकर बेचैन हो गए थे। बावजूद इसके अगले कुछ दिनों तक वो अभिषेक की तलाश करते रहे।
7 दिन बाद कराई गुमशुदगी
हताश होकर 7 दिन बाद बूंदी कोतवाली थाने में पुलिस कॉन्स्टेबल अभिषेक शर्मा के गायब होने की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करवाई गई।
डिपार्टमेंट के एक साथी का यूं गायब हो जाना पुलिस को भी परेशान कर रहा था। अभिषेक को ढूंढने के लिए पुलिस ने रात-दिन एक कर दिया।
इन्वेस्टिगेशन में पता चला कि अभिषेक उस रात पुलिस लाइन तो नहीं पहुंचा लेकिन उसका मोबाइल देर रात में साढ़े 12 बजे तक एक्टिव था। उसके बाद स्विच ऑफ हो गया था और दुबारा ऑन ही नहीं हुआ।
वीरान किले में आखिरी लोकेशन
इन्वेस्टिगेशन में ही पुलिस को अभिषेक के मोबाइल की GPS ट्रैकिंग से ये पता चला कि मोबाइल स्विच ऑफ होने से पहले अभिषेक उस रात बाइक लेकर अपने घर से तकरीबन 140 किलोमीटर दूर सवाई माधोपुर जिले के बौंली गांव गया था।
रात में साढ़े 12 बजे उसका मोबाइल स्विच ऑफ होने से पहले लास्ट लोकेशन भी इसी गांव के एक पुराने और वीरान विजयगढ़ किले की थी। मतलब साफ था कि अभिषेक का मोबाइल यहीं किले में ही स्विच ऑफ किया गया था।
अब भी पुलिस के सामने ये बड़ा सवाल था कि आखिर अभिषेक पुलिस लाइन जाने की जगह यहां इतनी दूर वीरान किले में क्यों आया था? उस रात यहां आखिर क्या हुआ था ? और अब अभिषेक कहां है ?
सवाई माधोपुर जिले के बौंली गांव स्थित विजयगढ़ किला। अभिषेक के मोबाइल की लास्ट लोकेशन इसी किले की थी।
पत्नी से अनबन की बात आई सामने
पुलिस ने अब तक हुई जांच को लेकर अभिषेक के घर वालों से बात की। पता चला कि अभिषेक उस रात जिस गांव में बाइक लेकर गया था, वहीं पास के गांव जरवाड़ा में उसका ससुराल है।
हालांकि उन दिनों उसकी अपनी पत्नी दिव्या के साथ अनबन चल रही थी। दोनों ने कोर्ट में तलाक को लेकर एप्लिकेशन भी लगाई हुई थी। दिव्या भी ससुराल छोड़ अपने मायके के गांव में ही रह रही थी।
ये जानकारी मिलते ही पुलिस को अंदेशा हुआ कि घरेलू कलह के चलते अभिषेक के साथ कहीं कोई अनहोनी तो नहीं हो गई है। पत्नी दिव्या पर भी संदेह गहरा गया था।
हालांकि अभिषेक के मोबाइल की आखिरी लोकेशन उसके ससुराल में आने भर से दिव्या को आरोपी नहीं माना जा सकता था। कोई ठोस नतीजे पर पहुंचने से पहले पुलिस को सबूत जुटाने जरूरी थे। यही कारण था कि अब पुलिस ने दिव्या को पूछताछ के लिए बुला लिया।
रिश्ते में साली से अवैध संबंध
दिव्या से हुई पूछताछ में पुलिस को पता चला कि सालभर पहले अभिषेक के घर दिव्या की फुफेरी बहन श्यामा रहने आई थी। वो वहां करीब 20 दिन रही थी। इसी दौरान श्यामा और अभिषेक एक-दूसरे के करीब आ गए। जीजा-साली के अवैध संबंधों की भनक दिव्या को भी लग गई थी।हंगामा हुआ तो श्यामा अभिषेक का घर छोड़ वापस अपने गांव लौट गई थी।
इधर, अभिषेक और दिव्या के बीच दूरियां बढ़ने लगी थीं। झगड़े होने लगे थे। दोनों के बीच बातचीत तक बंद हो गई। यही कारण था कि दिव्या ससुराल छोड़कर मायके में रहने लग गई थी। उसने अभिषेक से तलाक लेने की अर्जी भी कोर्ट में लगा दी थी।
जांच में सामने आया कि अभिषेक के रिश्ते में साली श्यामा से अवैध संबंध थे।
पत्नी और साली पर गहराया शक
दिव्या के इन बयानों की पुष्टि अभिषेक की मां दमयंती शर्मा ने भी पुलिस के सामने कर दी। पुलिस को पड़ताल में पता चला कि श्यामा भी सवाई माधोपुर के बौंली गांव की रहने वाली है। अभिषेक का मोबाइल भी यहीं स्विच ऑफ हुआ था। यहां के बाद दुबारा ऑन ही नहीं हुआ। पुलिस पड़ताल में ये भी पता चला कि श्यामा का घर विजयगढ़ किले के बिल्कुल पास में ही है।
पुलिस के सामने अब बड़ी अजीब और उलझन भरी कहानी सामने थी। पत्नी और साली के तौर पर दो प्राइम सस्पेक्ट सामने थे।
साली निकली हत्यारी
आखिरकार पुलिस ने इन्वेस्टिगेशन को आगे बढ़ाया। टेक्निकल एविडेंस जुटाने में पुलिस जुटी। इस बीच काफी टाइम गुजरता जा रहा था। अभिषेक के घर वाले भी काफी परेशान थे। बेटे की तलाश में वो रोजाना पुलिस थाने और एसपी ऑफिस के चक्कर काट रहे थे।
पुलिस ने सबसे पहले 28 अगस्त की उस रात की अभिषेक की पत्नी दिव्या और उसकी साली श्यामा की मोबाइल कॉल डिटेल निकाली। कॉल डिटेल सामने आते ही पुलिस का माथा ठनका।
इसके बाद तो पुलिस ने तत्काल ही कार्रवाई करते हुए अभिषेक की साली श्यामा और श्यामा के गांव के ही एक युवक नावेद को दबोच लिया। उन्हें थाने लाया गया और सख्ती से पूछताछ हुई तो पता चला कि उन दोनों ने ही उस रात अभिषेक शर्मा का मर्डर कर दिया था।
पुलिस की गिरफ्त में नावेद। इसी के साथ मिलकर श्यामा ने अभिषेक का मर्डर किया था।
- श्यामा और नावेद ने मिलकर अभिषेक को क्यों मारा था ?
- नावेद कौन था और उसकी अभिषेक से क्या दुश्मनी थी ?
- अभिषेक उस रात विजयगढ़ किले में क्यों गया था ?
- अभिषेक के मर्डर की पूरी कहानी क्या थी ?
कल पार्ट-2 में पढ़िए इन सभी सवालों के जवाब और जानिए पुलिस ने कैसे सॉल्व किया ये केस…
[ad_2]
Source link