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Russia Ukraine War: यूक्रेन पर रूस ने फिर से हमला किया है. सोमवार (26 अगस्त, 2024) को यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की ने बड़ा दावा किया. उन्होंने बताया कि रूस की ओर से यूक्रेन पर 100 मिसाइलें और लगभग 100 दागे गए हैं.
सीएनएन की रिपोर्ट के अनुसार, यूक्रेनी अधिकारियों ने बताया कि रूस ने सोमवार (26 अगस्त, 2024) रात को यूक्रेन में बिजली ग्रिडों को निशाना बनाकर “बड़े पैमाने पर” मिसाइल और ड्रोन हमला किया गया है. जिससे कम से कम 4 लोगों की मौत हो गई और कई शहरों में बिजली आपूर्ति बाधित हो गई.
दर्जनों मिसाइलों और ड्रोनों का यूक्रेनी AIR FORCE ने लगाया पता
उधर, यूक्रेन की वायु सेना ने कहा कि उसने देश के लगभग सभी इलाकों को निशाना बनाते हुए दर्जनों मिसाइलों और ड्रोनों का पता लगाया है. जिनमें खार्किव और द्निप्रो के अग्रिम पूर्वी क्षेत्रों से लेकर दक्षिणी बंदरगाह शहर ओडेसा और राजधानी कीव तक शामिल हैं.
रूसी आतंकवादियों ने एक बार फिर बिजली ग्रिडों को बनाया निशाना- PM डेनिस श्म्यहाल
इस दौरान यूक्रेन के प्रधानमंत्री डेनिस श्म्यहाल ने सोमवार (26 अगस्त) को टेलीग्राम पर लिखा, “रूसी आतंकवादियों ने एक बार फिर बिजली ग्रिडों को निशाना बनाया है. उन्होंने कहा कि ड्रोन, क्रूज मिसाइलों और हाइपरसोनिक मिसाइलों के साथ कम से कम 15 इलाकों को निशाना बनाया गया. पीएम शम्यहाल ने कहा कि यूक्रेन की राष्ट्रीय ऊर्जा कंपनी, उक्रेनेर्गो को सिस्टम को स्थिर करने के लिए आपातकालीन बिजली कटौती लागू करने के लिए मजबूर होना पड़ा है.
कीव और द्निप्रो समेत कई शहरों में दर्ज की गई बिजली कटौती- सेरही कोवलेंको
यास्नो ऊर्जा कंपनी के मुख्य कार्यकारी सेरही कोवलेंको के अनुसार, कीव और द्निप्रो सहित कई शहरों में बिजली कटौती दर्ज की गई है. दरअसल, रूसी मिसाइलों ने यूक्रेन के शहरों और बिजली ग्रिडों पर रात में घातक हवाई हमला किया था.
PM नरेंद्र मोदी की अपील बेअसर?
सबसे हैरत की बात है कि रूस की ओर से यूक्रेन पर मिसाइलें और ड्रोन तब दागे गए हैं, जब दो दिन पहले भारतीय पीएम नरेंद्र मोदी कीव (यूक्रेन) पहुंचे थे. वहां उन्होंने यूक्रेन के राष्ट्रपति से मिलने के बाद कहा था कि दोनों देश (रूस-यूक्रेन) बिना समय गंवाए बातचीत शुरू करें, ताकि संघर्ष का हल निकल सके.
भारतीय पीएम ने मरियिंस्की पैलेस में कहा था, “दोनों पक्षों को एक साथ बैठना चाहिए और इस संकट से बाहर आने के रास्ते तलाशने होंगे. जब मैंने बच्चों की स्मृति में बनाए उस म्यूजियम को देखा, श्रद्धा सुमन अर्पित किया तो मेरा मन भरा हुआ था. दिल को गहरी चोट पहुंची हुई थी. मुझे लगता है कि युद्ध में सबसे ज्यादा निर्दोष बच्चे ही प्रभावित होते हैं, ये बहुत दर्दनाक है. इस प्रकार की घटनाएं कतई स्वीकार नहीं हो सकती. दुनिया में कोई भी मानवीय मूल पर विश्वास करने वाला व्यक्ति इसको स्वीकार नहीं कर सकता.”
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