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जमशेदपुर के सोनारी एयरपोर्ट से मंगलवार को दिन में करीब 11 बजे उड़ान भरने वाला अल्केमिस्ट एविएशन का ट्रेनी टू सीटर विमान चांडिल डैम में गिरकर क्रैश हो गया। विमान उड़ा रहे कैप्टन शत्रुनंद और ट्रेनी पायलट शुभ्रोदीप दत्ता का पता नहीं चल पाया है। ट्रेनी पायलट शुभ्रोदीप दत्ता आदित्यपुर के, जबकि कैप्टन शुत्रनंद पटना के रहने वाले हैं।
15 मिनट बाद टूटा संपर्क
बताया जाता है कि उड़ान भरने के 15 मिनट बाद ही विमान का संपर्क एयर ट्रैफिक कंट्रोल से टूट गया था। इसके बाद विमान के लापता होने की सूचना सोनारी एयरपोर्ट और प्रशासन को दी गई। अल्केमिस्ट एविएशन कंपनी के मालिक मृणाल कांति पॉल के मदद मांगने पर पूर्वी सिंहभूम एवं सरायकेला पुलिस-प्रशासन विमान की खोज में जुट गया। सूचना के आधार पर कई जगह सर्च अभियान चलाया।
जमशेदपुर पुलिस की जांच में कैप्टन पायलट और ट्रेनी पायलट का अंतिम लोकेशन 11.19 बजे चांडिल डैम के नीमडीह छोर (पश्चिम बंगाल के बॉर्डर के पास) का मिला। सरायकेला-खरसावां जिले के एसपी मुकेश लुणायत समेत पूरी टीम मौके पर पहुंची और देर रात तक मोटर वोट से तलाश की गई। कुछ सुराग न मिलने पर रांची से एनडीआरएफ टीम बुलाई गई है। टीम बुधवार सुबह विमान की खोज करेगी।
दो लोगों ने बताया आंखों देखा मंजर
इधर, प्यालीडीह के पास डैम में स्नान कर रहे दो ग्रामीण तपन माझी व रुसा माझी ने पुलिस को बताया कि दोपहर में नीमडीह के अंडा पहाड़ की ओर से एक विमान तेज गति से आया और काफी देर मंडराने के बाद नीमडीह कोयलागढ़ा के पास डैम में समा गया। धड़ाम की आवाज भी हुई। उसका इंजन घड़घड़ा रहा था। विमान के डैम में गिरते ही पानी 20-25 फीट ऊपर तक उछल गया। पुलिस ग्रामीणों के बयान के आधार पर विमान की तलाश शुरू की। इस दौरान चांडिल एसडीओ शुभ्रा रानी, एसडीपीओ सुनील कुमार रजवार, चांडिल बीडीओ तालेश्वर रविदास, सीओ अमित श्रीवास्तव एवं थाना प्रभारी वरुण यादव घटनास्थल पहुंचे तथा प्लेन की खोजबीन शुरू की। इस दौरान मत्स्य विभाग के पदाधिकारी एवं चांडिल डैम समिति के भी सदस्य मौजूद थे।
छह घंटे तक ग्रामीण इलाकों और जंगलों में तलाश
विमान लापता होने के बाद पुलिस टीम ने नक्सलप्रभावित क्षेत्रों और जंगलों में सर्च अभियान चलाया। पहले सूचना थी कि बाटालुका क्षेत्र में किसी ने विमान देखा है। वहां जाने पर सूचना गलत निकली। इसके बाद पुलिस आमदा पहाड़ी की तरफ गई। आमदा पहाड़ी के बारूबेड़ा के बारे में जानकारी मिली। पुलिस की टीम वहां से बारूबेड़ा गई। बताया गया था कि बारूबेड़ा में किसी ने विमान देखा है। लेकिन सुराग नहीं मिला। फिर जरकी गांव के एक किसान ने पुलिस को बताया कि एक हवाई जहाज नीचे होकर जा रहा था। उसकी बात मानकर पुलिस स्थानीय ग्रामीणों के साथ पटमदा फुखड़ी पहाड़ी की तरफ बढ़ी और खोज की, लेकिन कोई जानकारी नहीं मिली। अंत में चांडिल डैम में विमान गिरने की सूचना मिली। सर्च ऑपरेशन के दौरान कई बार पुलिस का वाहन पहाड़ी इलाकों में फंसा। पूरे ऑपरेशन में छह घंटे लगे।
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