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रांची के कांटाटोली इलाके में मौलाना आजाद कॉलोनी की रोड नंबर 15 पर स्थित एक मकान में मंगलवार को ओडिशा और रांची पुलिस की टीम ने छापेमारी की। संयुक्त टीम ने यहां से आठ सिम बॉक्स के अलावा 800 सिम कार्ड बरामद किए। पुलिस के मुताबिक इन सिम बॉक्स का इस्तेमाल साइबर अपराध, आतंकवादी कृत्यों, जबरन वसूली समेत मोबाइल नंबर को छिपाने और सस्ते में विदेशों में बात करने समेत कई कामों में किया जा सकता है। उधर पुलिस जब यहां छापेमारी के लिए यहां पहुंची तो पूरे इलाके में अफरा-तफरी मच गई। लोग यही समझ रहे थे कि यहां पर कोई आतंकवादी छिपा हुआ है, ऐसे में पुलिस कार्रवाई को देखने के लिए भीड़ जमा हो गई, हालांकि मामला कुछ और निकला।
ओडिशा पुलिस की टीम कटक से एक अन्य आरोपी राजू मंडल को अपने साथ लेकर मंगलवार को रांची पहुंची थी, जिसे उसने सिम बॉक्स के साथ गिरफ्तार किया था। राजू की निशानदेही पर ही ओडिशा पुलिस, नामकुम और लोअर बाजार थाने की पुलिस के सहयोग से कांटाटोली में मौलाना आजाद कॉलोनी स्थित आरोपी के मकान तक पहुंची। पुलिस की टीम मकान का ताला तोड़कर घुसी और वहां रखे सिम बॉक्स और सिम कार्ड बरामद किए। इसके अलावा पुलिस की टीम को कई अहम जानकारियां भी मिली हैं।
ओडिशा पुलिस ने कटक से किया था राजू को गिरफ्तार
पुलिस की टीम ने 16 अगस्त को छापेमारी कर ओडिशा के कटक के मधुपटना स्थित बृंदावन भवन से 5 सिम बॉक्स और 236 सक्रिय सिम कार्ड के साथ आरोपी राजू मंडल को गिरफ्तार किया था। उसकी निशानदेही पर ही ओडिशा पुलिस ने कटक में कई जगहों पर छापेमारी की और सिम बॉक्स व सिम कार्ड बरामद किए।
राजू ने पूछताछ में उगली थी इतनी सब जानकारी
पूछताछ में आरोपी राजू ने पुलिस को बताया कि इस पूरे मामले का मुख्य आरोपी असदुर जमां है, जो कि बांग्लादेश से सिम बॉक्स स्थापित करने 21 अक्टूबर 2023 को भारत आया था। इसी दौरान राजू भी पश्चिम बंगाल से कपड़ा बेचने के लिए भुवनेश्वर पहुंचा था और किराए का मकान लेकर रह रहा था। राजू मंडल ने बताया कि असदुर जमां के माध्यम से वह पाकिस्तान, चीन और मध्य-पूर्व जैसे देशों में अंतराष्ट्रीय कॉल को बायपास करने के लिए ऐसे सिम बॉक्स का इस्तेमाल कर रहा था।
खुद को मछली कारोबारी बता लिया था मकान
मौलाना आजाद कॉलोनी रोड नंबर 15 में रहनेवाले हाजी सुहैल अनवर के मकान में आरोपी राजू मंडल ने दो मई 2024 को किराए पर फ्लैट लिया था। राजू ने खुद को मछली कारोबारी बताया था और कहा था कि वह कारोबार करने के लिए रांची समेत अन्य जगहों पर आता-जाता रहता है। उसने अपना पासपोर्ट, आधार कार्ड समेत अन्य दस्तावेज भी मकान मालिक के पास जमा कराए थे।
आतंकी संगठन का पता लगा रही पुलिस
छापेमारी के बाद पुलिस ने बताया कि वह पता कर रही है कि आरोपी राजू और फरार असदुर जमां का संपर्क किसी आतंकी संगठन से तो नहीं है। छापेमारी के दौरान मौके पर लोअर बाजार थाना प्रभारी दयानंद कुमार, नामकुम थाना प्रभारी ब्रह्मदेव प्रसाद, खादगढ़ा पीओपी संजीव, मंटू, तकनीकी शाखा के शाह फैसल, साइबर सेल के पुलिस कर्मी समेत अन्य लोग शामिल थे।
ओडिशा पुलिस पहले भी कर चुकी कार्रवाई
बता दें कि 17 अक्टूबर 2023 को भी ओडिशा पुलिस ने रांची पुलिस की मदद से पुंदाग ओपी क्षेत्र के श्यामल विहार अपार्टमेंट में छापेमारी की थी। यहां से पुलिस की टीम ने पीयूष और निशांत की गिरफ्तारी की थी।
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