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भास्कर संवाददाता | सीकर मौसम में बदलाव व अगस्त के पहले पखवाड़े तक लगातार हुई बरसात ने शेखावाटी के मीठे प्याज की खेती को प्रभावित किया है। किसानों के अनुसार शेखावाटी में मीठे प्याज की नर्सरी तैयार करने के लिए अगस्त का पहला सप्ताह सबसे उपयुक्त माना जात
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पिछले पांच दिन से मौसम शुष्क है लेकिन ज्यादातर इलाकों में मिटट्ी अभी भी गीली ही है। मौसम विभाग के अनुसार 22 अगस्त से एक बार फिर विक्षोभ के असर के साथ बारिश संभव है। ऐेसे में इस बार प्याज की नर्सरी तैयार होने में किसान एक माह तक की देरी होने की आशंका जता रहे हैं। यानी सितंबर में ही किसान प्याज की नर्सरी तैयार कर सकेंगे। इसका नतीजा ये होगा कि प्याज की अगेती खेती करने वाले किसानों को खराबा झेलना पड़ेगा और मंडी में प्याज की फसल की आवक भी एक माह की देरी से होगी।
पिछले साल अगस्त में मानसून कमजोर होने से किसानों ने नर्सरी तैयार तो की लेकिन अगस्त में तेज पारे की वजह से कई पौध जल गए थे। इस वजह से करीब 1000 क्विंटल बीज का खराबा झेलने के बाद किसानों को नए सिरे से नर्सरी तैयार करनी पड़ी थी।
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